जयपुर। जेडीए ने द्रव्यवती नदी परियोजना की फिर सुध लेना शुरू कर दिया है। अब द्रव्यवती नदी अपने पुराने स्वरूप में लौटेगी। इसे लेकर जेडीसी मंजू राजपाल ने निरंतर मॉनिटरिंग शुरू कर दी है। हर सप्ताह परियोजना को लेकर समीक्षा की जा रही है। वहीं अशोधित सीवरेज व इंडस्ट्रीयल वेस्ट को रोकने की कवायद भी शुरू कर दी गई है। अफसरों की ओर से इसके लिए नियमित मौका मुआयना करवाया जा रहा है।
अभी द्रव्यवती नदी में कुछ स्थानों पर अशोधित सीवरेज तथा इंडस्ट्रीयल वेस्ट आ रहा था, इसे लेकर लंबे समय से कोई काम नहीं हो रहा था। जेडीसी ने इस समस्या की गंभीरता को समझते हुए 29 जनवरी को नगर निगम ग्रेटर के अधिकारियों के साथ संयुक्त बैठक कर करतारपुरा, शिप्रापथ एवं जवाहर नाले से द्रव्यवती नदी में आ रहे अशोधित सीवरेज का मौका मुआयना करवाये जाने के निर्देश दिए। मौका मुआयन के बाद शिप्रापथ क्षेत्र में सीवरेज का समाधान कर दिया गया।
यहां काम शुरू
अब करतारपुरा व जवाहर नाले पर मॉनिटरिंग करवाई जा रही है। वहीं इंडस्ट्रीयल वेस्ट के संबंध में जेडीए अधिकारियों की ओर से राजस्थान प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों के साथ निरंतर मौका मुआयना किया जा रहा है। बोर्ड ने 7 दिन में कार्रवाई करने की बात कही है।
एसटीपी का निर्माण करवा रहा जेडीए
वर्तमान में सबसे ज्यादा अशोधित सीवरेज सुशीलपुरा पुलिया के पास द्रव्यवती नदी में आ रहा है। जिसमें से कुछ मात्रा में अशोधित सीवरेज को नगर निगम के अधिकारियों के साथ मौका मुआयना कर डायवर्ट किया जा चुका है, तथा शेष के लिए जेडीए एसटीपी का निर्माण करवा रहा है।