अवकाश होने पर यहां अधिकांश कार्यालय बंद थे। लेकिन पुलिस कमिश्नर श्रीवास्तव अपने कार्यालय में बैठे थे। महिला उनसे मिलने वहां पहुंच गई और उनके गनमैन से बातचीत करने लगी। तभी कमिश्नर श्रीवास्तव कमरे से बाहर निकले तो बुजुर्ग महिला सामने खड़ी मिली। कमिश्नर ने महिला को नजदीक रखी कुर्सी पर बैठाया और खुद भी वहां बैठ गए। महिला ने बताया कि मकान मालिक कमरा खाली करवा रहा है।
पीडि़ता के पास अभी किराया देने को पैसे भी नहीं है। तीन चार माह में पूरा किराया दे देगी। तब कमिश्नर ने महिला की पूरी समस्या सुनी और फिर चाय-पानी पिलाने के बाद मुरलीपुरा थानाधिकारी देवेन्द्र को फोन किया। थानाधिकारी को निर्देश दिए कि महिला के मकान मालिक से बातचीत कर उसे तीन चार माह की मोहलत दिलाएं। इस दौरान महिला किराया दे देगी। बुजुर्ग महिला ने वापस घर लौटने के लिए रुपए भी नहीं होना बताया, तब कमिश्नर ने आयुक्तालय की कार से बुजुर्ग महिला को उसके घर तक छुड़वाकर अपनी सादगी का परिचय दिया।
इस दौरान कमिश्नरेट कार्यालय में अपनी समस्या लेकर पहुंचे कुछ लोगों ने इस पूरे दृश्य को अपने कैमरे में कैद किया। मुरलीपुरा थाना पुलिस ने बताया कि महिला के एक बेटा है, जो छोटा-मोटा निजी काम कर गुजारा करता है। मां-बेटे ने जल्द किराया चुकाने का आश्वासन भी दिया है।