30 दिसंबर 2025,

मंगलवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

जयपुर-रींगस रेलवे ट्रैक काे मिली हरी झंडी, 110 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से दौड़ेगी ट्रेन

Jaipur To Ringas Train Service - जयपुर-रींगस रेल लाइन को पश्चिमी वृत के रेल संरक्षा आयुक्त (सीआरएस) की हरी झंडी मिल गई है।

2 min read
Google source verification
Jaipur to Ringas train Service

Fell engine of two trains upset many Passenger

जयपुर/गोविन्दगढ़। Jaipur to Ringas train - जयपुर-रींगस रेल लाइन को पश्चिमी वृत के रेल संरक्षा आयुक्त ( CRS ) की हरी झंडी मिल गई है। इस रूट पर ट्रेन सेवा अगले माह से शुरू होने की संभावना है। सभी तरह की जांच के बाद सीआरएस सुशील चन्द्रा की ओर से ट्रेन को 110 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ाने की अनुमति दी गई है।

इससे पहले जयपुर-रींगस रेलमार्ग आमान परिर्वतन कार्य का गुरुवार को मुख्य संरक्षा आयुक्त (सीआरएस) सुशील चन्द्रा व north western railway जयपुर मण्डल रेल प्रबंधक सौम्या माथुर सहित रेलवे अधिकारियों ने दूसरे दिन रींगस जंक्शन से गोविन्दगढ़ रेलवे स्टेशन तक रेल मार्ग का सीआरएस निरीक्षण किया।

सीआरएस की टीम को लेकर एक ट्रेन जिसमें आठ डिब्बे लगे हुए थे जयपुर से रींगस पहुंची। जहां से सीआरएस चन्द्रा, डीएमआर माथुर सहित सीआरएस टीम के सदस्य छह ट्रॉलियों मेें सवार होकर रींगस से गोविन्दगढ़ रेलवे स्टेशन की और रवाना हुए। टीम ने सर्वप्रथम रींगस से छोटा गुढ़ा रेलवे स्टेशन के बीच 150 करोड़ की लागत से बने 7.8 किमी ब्रिज का निरीक्षण किया।

गौरतलब है कि फुलेरा-रेवाड़ी ट्रेक और दिल्ली मुंबई फ्रट कोरिडॉर ट्रेक प्रभावित नहीं हो ऐसे मेें रेलवे ने छोटा गुढ़ा से रींगस तक 7.8 किमी लम्बे रेलवेब्रिज का निर्माण किया है। रींगस से छोटा गुढ़ा तक बने ब्रिज पर करीब साढ़े तीन किमी तक जमीन से तीस फीट ऊपर ट्रेन दौड़ेगी। यह ब्रिज 173 पिलरों पर टिका हुआ है। सीआरएस चन्द्रा एवं डीएमआर माथुर ने ओवरब्रिज का बारीकी से निरीक्षण किया।

ट्रॉली से नीचे उतर कर रेलवे अधिकरियों ने पिलरों सहित ट्रेक का निरीक्षण किया। गोविन्दगढ़ रेलवे स्टेशन पर पहुंचने के बाद ट्रॉलियों को स्टेशन पर छोड़ कर रेलवे के अधिकारी गोविन्दगढ़ रेलवे स्टेशन पर पहले से खड़ी ट्रेन मेें बैठ रींगस के लिए रवाना हो गए। इस इौरान टे्रन मेें सीआरएस टीम व रेलवे के इंजीनियरिंग, वाणिज्य, मैकेनिकल, रेलवे सुरक्षा बल, परिचालक, सिग्नल सेमत विभिन्न विभागों के अधिकारी एवं कार्मिक मौजूद रहे ।

7.8 किमी ट्रैक पर बने ओवरब्रिज का निरीक्षण के बाद छोटा गुढा रेलवे स्टेशन से सीआरएस अधिकारी एवं टीम के सदस्य ट्रॉलियों मेें बैठ गए तथा नांगल नदी क्षेत्र व ढोढ़सर नदी क्षेत्र मेें बने ओवरब्रिज का निरीक्षण करने के बाद गोविन्दगढ़ रेलवे स्टेशन के पास बने आउटर सिग्नल पर पहुंचे तथा वहां पर बने तीनों ट्रेकों सहित नट बोल्ट एवं गिट्टियों को जांचा।