12 दिसंबर 2025,

शुक्रवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

JLF 2023 : हमारे पुराण ज्ञान का विश्वकोष, समूचा ज्ञान भरा पड़ा है

जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल के पहले दिन बैठक में ब्रह्मपुराण सेशन में जाने माने इतिहासकार और लेखक पुष्पेश पंत ने बीबेक ओबरॉय से चर्चा की, बिबेक ने कहा कि हमारे पुराण ज्ञान का विश्वकोश हैं।

less than 1 minute read
Google source verification

जयपुर

image

Rakhi Hajela

Jan 19, 2023

JLF 2023 : हमारे पुराण ज्ञान का विश्वकोष, समूचा ज्ञान भरा पड़ा है

JLF 2023 : हमारे पुराण ज्ञान का विश्वकोष, समूचा ज्ञान भरा पड़ा है

जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल के पहले दिन बैठक सुबह 11 बजे से आयोजित किए गए सेशन ब्रहमपुराण में जाने माने इतिहासकार ओर लेखक पुष्पेश पंत ने प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद के अध्यक्ष रह चुके बिबेक देबरॉय से चर्चा की। सेशन में बिबेक ने कहा कि हमारे पुराण ज्ञान का विश्वकोश हैं। 18 महापुराणों में विश्व का समूचा ज्ञान भरा पड़ा है। इस पुराणों में 4 हज़ार श्लोक हैं जिनमें जीवन, मृत्यु, खानपान, रहन सहन की व्याख्या की गई है। उन्होंने बताया कि वह महाभारत, वाल्मीकि रामायण औ भागवत महापुराण का अंग्रेज़ी में अनुवाद कर चुके हैं और सभी सभी 18 महापुराणों के अनुवाद में लगे हैं , जिसमें से 6 पूर्ण हो चुके हैं।
उन्होंने कहा कि 18 महापुराणों को हिंदू धर्म के मूलभूत ग्रंथों में गिना जाता है। निर्माता के रूप में ब्रह्मा,संरक्षक के रूप में विष्णु और संहारक के रूप में शिव पुराण के केंद्रीय देवताओं की भूमिका निभाते हैं और कथा में विशेषता रखते हैं। उनका कहना था कि पुराणों में जहां सृजन के विषय प्रमुखता से हैं उन्हें ब्रह्मा,ब्रह्मांड, ब्रह्मवैवर्त और मार्कण्डेय के साथ पहचाना जाता है। जिन पुराणों में विष्णु की प्रमुखता से विशेषता है उन्हें भागवत, गरुण, कुर्म, मत्स्य ,नारद, पद्म ,बामन, वराह और विष्णु पुराण के नाम से पहचाना जाता है।
जिन पुराणों में शिव की प्रमुखता है उन्हें अग्नि, लिंग, शिव,स्कंद और वायु के रूप में जाना जाता है। ब्रह्मा पुराण का नाम इसलिए रखा गया है क्योंकि इसे मूल रूप से ब्रह्मा द्वारा वर्णित किया गया था। अनेक पुराणों में इसके महत्व को रेखाकित करते हुए आदि पुराण के रूप में वर्णित किया गया है।