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पैसों के अभाव में बीच में ही छोड़ा थिएटर स्कूल, टैलेंट के दम पर बनीं टॉप अभिनेत्री

पांच साल की उम्र में ही इन्होंने स्टेज पर परफॉर्म करना शुरू कर दिया था। बचपन में ये ओवरवेट थी। स्कूल में सभी इनका मजाक बनाया करते थे, लेकिन इन्होंने कभी इन बातों पर ध्यान नहीं दिया।

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पैसों के अभाव में बीच में ही छोड़ा थिएटर स्कूल, टैलेंट के दम पर बनीं टॉप अभिनेत्री

पैसों के अभाव में बीच में ही छोड़ा थिएटर स्कूल, टैलेंट के दम पर बनीं टॉप अभिनेत्री

इनका जन्म 1975 में इंग्लैंड में हुआ था। माता-पिता दोनों ही अभिनय की दुनिया से जुड़े थे लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिल पाई थी। पिता मुश्किल से परिवार का चला पाते थे। इनकी दो बहिने और एक भाई भी है। घर के आर्थिक हालात अच्छे न होने के कारण परिवार के लिए मुक्त का भोजन बड़ी राहत था, जो उन्हें एक्टर्स चैरिटेबल ट्रस्ट की तरफ से मिलता था। पांच साल की उम्र में ही इन्होंने स्टेज पर परफॉर्म करना शुरू कर दिया था। बचपन में ये ओवरवेट थी। स्कूल में सभी इनका मजाक बनाया करते थे, लेकिन इन्होंने कभी इन बातों पर ध्यान नहीं दिया। जब ये 10 साल की थी, तब एक एक्सीडेंट में पिता के पैर में गंभीर चोट लग गई। अब पिता के लिए काम करना और भी मुश्किल हो गया था। इस तरह परिवार और भी ज्यादा आर्थिक संकटों से घिर गया था। तब पिता को समझाते हुए इन्होंने कहा कि हम सभी एक-दूसरे का सहारा बनेंगे। फिर ११ साल की उम्र में ही थिएटर स्कूल जॉइन कर लिया। यह स्कूल एक एजेंसी के रूप में काम करती थी, जो स्टूडेंट्स को लंदन में एक्टिंग जॉब दिलाने का काम दिलाता था।
फिल्म पाने के लिए फिर भी करना पड़ा संघर्ष
1995 में जेम्स कैमरून अपनी फिल्म को लेकर अभिनेत्री की तलाश में थे। इन्होंने रोल पाने के लिए कई बार निर्देशक को फोन किया और चिट्टी लिखी लेकिन उनका जवाब नहीं मिला। इस तरह एक साल इंतजार करवाने के बाद 1996 में जेम्स ने अपनी दूसरी फिल्म ‘रोज’ का रोल इन्हें दिया। इस रोल के बाद ये कामयाबी की सीढिय़ां चढ़ती गई और जल्द ही एक टॉप अभिनेत्री बनी। जिस फिल्म के लिए जेम्स को अभिनेत्री की तलाश थी, वह टाइटेनिक थी और फिर यह रोल पाने वाली अभिनेत्री कोई और नहीं केट विंस्लेट है। 1997 में आई टाइटेनिक के पास आज भी सबसे ज्यादा अवॉड्र्स जीतने का रिकॉर्ड है। इस फिल्म के लिए डायरेक्टर जेम्स कैमरून को 14 नॉमिनेशन मिले थे। फिल्म को 11 ऑस्कर अवॉड्र्स मिले थे। केट के पास 6 ऑस्कर नॉमिनेशन है लेकिन 2009 में आई फिल्म ‘द रीडर’ के लिए इन्हें पहला ऑस्कर मिला था। यह फिल्म नाजी अनुभव से गुजरी महिला की संवेदनशील कहानी है। केट को एक एल्बम के लिए ग्रैमी पुरस्कार भी मिल चुका है। 2012 में अभिनेत्री को विश्व सिनेमा में उनके योगदान के लिए मानद पुरस्कार ‘सीजर’ से सम्मानित किया गया था।