वहीं जयपुर में फाल्गुन शुक्ला एकादशी को नगर भ्रमण के बाद गुरुवार को श्याम प्रभु भारत भ्रमण पर रथ में रवाना हुए। करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था के केन्द्र बाबा श्याम की भक्ति और शक्ति के प्रचार-प्रसार के लिए गुरुवार को मोतीडूंगरी गणेशजी मंदिर से महंत कैलाश शर्मा के सान्निध्य में श्याम सरकार की पावन अखंड ज्योत लगभग आधे भारत के भ्रमण के लिए जयकारों के साथ रवाना हुई। श्याम कथा प्रचारक गिरिराज शरण सहित अन्य ने भगवान गणेश पूजा-अर्चना की।
इससे पूर्व श्याम सरकार की पावन अखंड ज्योत एवं चल विग्रह यात्रा का दूसरा चरण वैशालीनगर के गांधी पथ स्थित अभिनव विहार में अभिजीत मुहूर्त में विधिवत पूजन और महाआरती की। यहां से यात्रा मोतीडूंगरी गणेशजी मंदिर पहुंची। निर्विघ्न यात्रा का आशीर्वाद लेकर रथ चांदी की टकसाल स्थित काले हनुमानजी मंदिर पहुंचा।
यहां महंत गोपालदास से आशीर्वाद लेकर यात्रा बड़ी चौपड़, त्रिपोलिया बाजार, छोटी चौपड़, चांदपोल बाजार, झोटवाड़ा रोड, शास्त्रीनगर के सर्वेश्वर धाम मंदिर पहुंची। 1008 दीपकों से महाआरती उतारी। यात्रा विद्याधरनगर होते हुए सीकर रोड नंबर 13 पर एक औद्योगिक प्रतिष्ठान में रात्रि विश्राम किया। यहां भजन संध्या का आयोजन हुआ।
दूसरे चरण में यात्रा पश्चिमी राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, पुणे, औरंगाबाद, भुवनेश्वर, जगन्नाथ पुरी, आंध्रप्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु होते हुए सेतुबंध रामेश्वरम् और कन्याकुमारी तक जाएगी। यात्रा के दूसरे और अंतिच चरण के बाद श्याम सरकार के चल-विग्रह को अजमेर रोड पर सांझडिय़ा ग्राम में निर्मित होने जा रहे नागर शैली के भव्य मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा किया जाना प्रस्तावित है।