सावन के सोमवार को भगवान शंकर के बारहवें ज्योतिर्लिंग घुश्मेश्वर महादेव के दर्शनार्थ श्रद्धालु उमड़े। दिनभर हर-हर महादेव और बम-बम-भोले की गूंज शिवाड़ के इस प्राचीन शिव मंदिर में होती रही।
सावन के सोमवार को भगवान शंकर के बारहवें ज्योतिर्लिंग घुश्मेश्वर महादेव के दर्शनार्थ श्रद्धालु उमड़े। दिनभर हर-हर महादेव और बम-बम-भोले की गूंज शिवाड़ के इस प्राचीन शिव मंदिर में होती रही। सावन के सोमवार की पूर्व संध्या पर रविवार को शिवाड़ समाज जयपुर की ओर से प्रति वर्ष सावन में शिवालय सरोवर की महाआरती का आयोजन किया जाता है। महाआरती कार्यक्रम में जनसैलाब उमड़ा।
इस बार शिवालय सरोवर के साथ घुश्मेश्वर ज्योतिर्लिंग की भी महाआरती की गई। महाआरती के आयोजन की पिछले एक पखवाड़े से तैयारियां की जा रही थी। लगातार आठवें वर्ष आयोजित शिवालय सरोवर की महाआरती कार्यक्रम में शिवालय सरोवर को खास तौर से सजाया गया।
शिवाड़ समाज जयपुर के अध्यक्ष नवल जैन ने बताया कि कार्यक्रम की मुख्य अतिथि सवाई माधोपुर की मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी (सीजेएम ) भावना भार्गव ने महाआरती के पूर्व शिवालय सरोवर की विधिवत पूजा अर्चना की। वेद विद्यालय शिवाड़ के पंडित सुरेश दुबे व वेद विदयालय के छात्रों ने वैदिक मंत्रोच्चार किया। महाआरती की एक झलक देखने के लिए दशहरा मैदान परिसर व गुरु गोलवरकर सेतु पर हजारों लोग जमा थे। दशहरा मैदान स्थित घुश्मा घाट पर शिवाालय सरोवर के साथ-साथ त्रिनेत्र गणेश और चौथ माता की महाआरती भी की गई। सबसे अंत में गंगा आरती की गई। इस अवसर पर पूर्व सरपंच गीता शर्मा व मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष प्रेम प्रकाश शर्मा की शिवाड़ समाज जयपुर की ओर से अतिथियों का स्वागत किया गया।
शोभायात्रा निकाली
महाआरती से पहले कल्याणजी मन्दिर से घुश्मेश्वर महादेव की सवारी व महाआरती की शोभायात्रा निकाली गई। शोभायात्रा में आगे-आगे महिलाएं मंगल कलश लिए चल रहीं थीं। शोभायात्रा में शामिल महिलाओं व पुरुष भक्तिभाव से नृत्य भी करते चले रहे थे। शोभायात्रा में भक्तों ने हर-हर महादेव के जयकारे लगाए। शोभायात्रा मुख्य बाजार में होती हुई दशहरा मैदान पहुंची। शिवालय सरोवर की महाआरती के बाद घुश्मेश्वर महादेव की महाआरती भी की गई। इस संपूर्ण आयोजन में शिवाड़ समाज के साथ गणेश मित्र मण्डल, श्याम मित्र मण्डल व शिव मित्र मण्डल के कार्यकर्ताओं ने भी भागीदारी निभाई।