
Rajasthan Government Scheme : महात्मा ज्योतिबा फुले मंडी श्रमिक कल्याण योजना के अंतर्गत राजस्थान सरकार कृषि मंडियों में काम करने वाले हम्माल, तुलारा एवं पल्लेदारों को कई लाभ दे रही है। उनके बच्चों को आर्थिक सहायता जैसे पढ़ाई, शादी और इलाज संबंधित सहायता के साथ-साथ उन्हें भी कई लाभ मिल रहे हैं। लाभ उठाने के लिए यह सुनिश्चित जरूर कर लें कि क्या आप इसके लिए पात्र हैं और ये भी जानना बेहद जरूरी है कि आपको क्या-क्या सुविधाएं राजस्थान सरकार दे रही है?
- आपकी लाडली के विवाह पर एक लाख रुपए मिलेंगे। महात्मा ज्योतिबा फुले मंडी श्रमिक कल्याण योजना के मुताबिक, अधिकतम दो बेटियों के विवाह के लिए प्रति बेटी के विवाह पर 50 हजार रुपए की सहायता राशि दी जा रही है। इतना ही नहीं, लाइसेंसधारी महिलाओं के विवाह पर भी 50 हजार रुपए की सहायता राशि अदा की जाएगी। सहायता राशि का लाभ उठाने के लिए आवेदक को विवाह से 90 दिन पहले आवेदन प्रस्तुत करना पड़ता है।
- इस योजना के अनुसार, श्रमिकों को 20 हजार रुपए तक की चिकित्सा सहायता राशि भी दी जाती है। अनुज्ञप्तिधारी हमाल एवं पल्लेदारों को कैंसर, हार्ट अटैक, लीवर, किडनी जैसी गंभीर बीमारियों से ग्रसित होने पर सरकारी हॉस्पिटल में चिकित्सा सहायता के लिए अधिकतम 20 हजार रुपए की सहायता प्रदान करेगी।
- योजना के तहत, महिलाओं को 45 दिन की प्रसूति सहायता तो वहीं पुरुषों को 15 दिन का पितृत्व संबल प्रदान किया जाता है। अधिकतम दो प्रसूतियों पर 45 दिन की मजदूरी को समतुल्य राशि का भुगतान और पुरुषों को पितृत्व अवकाश के रूप में निर्धारित प्रचलित मजदूरी दर के मुताबिक 15 दिन की मजदूरी अदा की जाती है। इसका लाभ उठाने के लिए आवेदक को 3 महीने के भीतर आवेदन प्रस्तुत करना होता है।
- इतना ही नहीं, योजना के तहत श्रमिकों के बेटे-बेटियों (अधिकतम दो बच्चे) को छात्रवृत्ति देकर शिक्षा के प्रति प्रोत्साहित किया जाता है। कक्षा 10वीं में 80 प्रतिशत से अधिक अंक लाने पर छात्र को 3 हजार, छात्राओं को 3 हजार 500 रुपए, 70 से 80 प्रतिशत अंक लाने पर छात्र को 2 हजार, छात्राओं को 2 हजार 500 रुपए दिए जाते हैं।
- इसी प्रकार, 12वीं कक्षा में 90 प्रतिशत से अधिक अंक लाने पर छात्र को 5 हजार, छात्रा को 6 हजार, 80 से 90 प्रतिशत अंक लाने पर छात्र को 4 हजार, छात्रा को 5 हजार, वहीं 70 से 80 प्रतिशत अंक लाने पर छात्र को 3 हजार, छात्रा को 4 हजार रुपए की छात्रवृत्ति अदा की जाती है।
- दूसरी तरफ, स्नातक में अध्ययन कर रहे विद्यार्थियों को 60 से अधिक अंक लाने पर छात्र को 4 हजार, छात्रा को 5 हजार और स्नातकोत्तर में 60 प्रतिशत से अधिक अंक लाने पर छात्र को 5 हजार, छात्रा को 6 हजार छात्रवृत्ति की सुविधा सरकार देती है।
महात्मा ज्योतिबा फुले मंडी श्रमिक कल्याण योजना (MJPMSKY) का लाभ हम्मालों एवं पल्लेदार उठा सकते हैं जिनकी आयु 18 वर्ष से 60 वर्ष की हो। उसे राज्य का मूल निवासी होना अनिवार्य है। साथ ही राजस्थान कृषि उपज मंडी समिति अधिनियम 1961 के अधीन अनुज्ञप्तिधारी होना और राज्य के कृषि मंडियों में निर्धारित कार्य करना आवश्यक शर्त है। यह भी सुनिश्चित कर लें कि जिसे किसी अन्य स्रोत से आर्थिक सहायता नहीं मिल रही है वे ही इसका लाभ उठा सकते हैं।
कृषि विपणन विभाग के निदेशक राजेश कुमार चौहान के मुताबिक, राजस्थान की कृषि उपज मंडीसमितियों द्वारा हम्माल, तुलारा एवं पल्लेदारों का अंशदान जमा करवाया जा रहा है। मंडी समितियों को चार श्रेणियों में बांटा गया है। विशिष्ठ व ए श्रेणी की मंडियों द्वारा प्रति श्रमिक 1000 रुपए, बी श्रेणी की मंडियों द्वारा 500 रुपए, सी श्रेणी की मंडियों द्वारा 300 रुपए और डी श्रेणी की मंडियों श्रमिकों से 200 रुपए प्रति श्रमिक अंशदानजमा करवा रहीं हैं।
Updated on:
10 Sept 2024 02:12 pm
Published on:
10 Sept 2024 02:01 pm
बड़ी खबरें
View Allजयपुर
राजस्थान न्यूज़
ट्रेंडिंग
