scriptनागौर: PAK के खिलाफ दिलेरी दिखाकर हुआ ‘शहीद’, पर अब परिजनों पर प्रताड़ना की ‘इंतहा’! | Martyr Hariram Bhakar family faces problem in Nagaur Rajasthan | Patrika News
जयपुर

नागौर: PAK के खिलाफ दिलेरी दिखाकर हुआ ‘शहीद’, पर अब परिजनों पर प्रताड़ना की ‘इंतहा’!

तीन बंकर ध्वस्त कर करने वाले शहीद हरिराम भाकर के परिजन सरपंच से प्रताडि़त, परिजनों ने लगाया प्रताडि़त करने का आरोप, मकराना तहसील के जूसरी निवासी शहीद के परिजनों ने सरपंच के खिलाफ दी शिकायत, शहीद के छोटे भाई भारतीय सेना में ग्रेनेडियर हरेंद्र भाकर व पिता पदमाराम ने लगाई न्याय की गुहार

जयपुरMay 20, 2020 / 01:20 pm

Nakul Devarshi

Martyr Hariram Bhakar family faces problem in Nagaur Rajasthan
नागौर।

मात्र बीस साल की उम्र में पाकिस्तान के तीन बंकर ध्वस्त कर तीन पाकिस्तानी जवानों को मार गिराने वाले शहीद के परिवार को प्रताडि़त करने का मामला सामने आया है। मकराना तहसील क्षेत्र के जूसरी निवासी शहीद हरिराम भाकर के भाई ग्रेनेडियर हरेंद्र भाकर व पिता पदमाराम भाकर ने मंगलवार को कलक्ट्रेट पहुंचकर जिला कलक्टर दिनेश कुमार यादव एवं सांसद हनुमान बेनीवल को ज्ञापन सौंपकर सरपंच पर प्रताडि़त करने का आरोप लगाया।

परिजनों ने कलक्टर को सौंपे ज्ञापन में बताया कि जूसरी ग्राम पंचायत का सरपंच उन्हें इस कदर प्रताडि़त कर रहा है कि वह शहीद का स्मारक बनाने में भी रोड़ो अटका रहा है। शहीद के भाई व पिता ने कलक्टर से गुहार लगाकर न्याय दिलाने की मांग की।
एक साल नहीं हुआ और परेशान करना शुरू कर दिया
23 मार्च 2019 को भारतीय सेना में तैनात ग्रेनेडियर हरि भाकर पाकिस्तानी सेना से लोहा लेते शहीद हुए थे। भाकर ने शहीद होने से पहले पाकिस्तान के तीन बंकर उड़ाए थे और तीन पाकिस्तानी सैनिकों को मार गिराया था। शहीद भाकर को मरणोपरांत सेना मेडल से नवाजा गया।

शहीद के पिता ने बताया कि अपनी दो बीघा निजी जमीन पर उन्होंने शहीद स्मारक बनाने का काम शुरू किया और जमीन सरकार को देने के लिए मकराना एसडीएम के यहां आवेदन भी किया। इस बीच गांव के सरपंच ने स्मारक के काम में रोड़े अटकाने शुरू कर दिए।
निजी खर्चे से खुदवाई ट्यूबवैल, पर जताया हक
शहीद के परिजनों ने बताया कि स्मारक बनाने वाली जगह पर निजी खर्चे से ट्यूबवैल खुदवाया, लेकिन इसे लेकर सरपंच ने शिकायत कर दी कि सरकारी ट्यूबवेल का निजी उपयोग कर रहे हैं, जिसकी एसडीएम ने जांच भी की। इस तरह सरपंच ने एक शहीद के परिवार को प्रताडि़त करने का सिलसिला चालू कर दिया। यहीं नहीं कुछ दिन पहले चौराहे पर शहीद के नाम के लगाए बोर्ड को भी उखाड़ दिया गया।

सांसद कोष से स्वीकृत राशि का उपयोग नहीं
शहीद का स्मारक बनाने के लिए नागौर सांसद द्वारा पांच लाख रुपए स्वीकृत किए गए। पहली किश्त के रूप में ग्राम पंचायत को 3.75 लाख रुपए मिल भी गए, लेकिन स्मारक का काम शुरू नहीं किया गया। इसे देखते हुए शहीद के परिवार ने कार्यकारी एजेंसी बदलवाने के लिए नागौर सांसद से गुहार लगाई।

परिजनों ने आरोप लगाया कि सरपंच द्वारा अब यह धमकी दी जा रही है कि वह परिवार के जो दूसरे सदस्य सरकारी नौकरी करते हैं उनका तबादला करवा देगा।


पुलिस और प्रशासनिक दोनों जांच करवाएंगे
शहीद हरिराम भाकर के परिजनों ने सरपंच के खिलाफ प्रताडि़त करने की शिकायत दी है, जिसकी पुलिस एवं प्रशासनिक जांच करवा रहे हैं। सरपंच का मामला होने के कारण एक जांच जिला परिषद सीईओ को दे रहे हैं तथा दूसरी पुलिस अधीक्षक को सौंप रहे हैं। दोषी पाए जाने पर सरपंच के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई करेंगे।
– दिनेश कुमार यादव, जिला कलक्टर, नागौर

Home / Jaipur / नागौर: PAK के खिलाफ दिलेरी दिखाकर हुआ ‘शहीद’, पर अब परिजनों पर प्रताड़ना की ‘इंतहा’!

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो