बसपा सुप्रीमो मायावती ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि राजस्थान में कांग्रेस पार्टी ने पहले बीएसपी विधायकों को तोड़ा और अब मूवमेंट को आघात पहुंचाने के लिए वहां वरिष्ठ लोगों पर हमला करवा रही है, जो अति निंदनीय व शर्मनाक है। कांग्रेस अम्बेडकरवादी मूमेंट के खिलाफ गलत परंपरा डाल रही है। जिसका जैसे को तैसा जवाब लोग दे सकते हैं। कांग्रेस पार्टी को ऐसी घिनौनी हरकतों से बाज आना चाहिए।
यूं हुआ घटनाक्रम
मंगलवार सुबह राष्ट्रीय कॉर्डिनेटर रामजी गौतम और प्रदेश प्रभारी सीताराम मेघवाल कार्यालय पहुंचे। दोनों नेता कार्यालय में प्रवेश करते इससे पहले ही वहां मौजूदा कार्यकर्ता नारेबाजी करने लगे। नाराज कार्यकर्ताओं ने रामजी गौतम और सीताराम मेघवाल का मुंह काला कर दिया और गधों पर बैठाकर घुमाया। कार्यकर्ता इन दोनों के खिलाफ जमकर नारे भी लगा रहे थे। कार्यकर्ता लगातार दोनों पदाधिकारियों पर आरोप लगा रहे थे कि पार्टी में टिकट बेचे जाते हैं। हांलाकि इस घटना के बाद रामजी गौतम और सीताराम मेघवाल चुप्पी साध गए और घटना के बारे में कुछ भी बताने से इंकार कर दिया।
पनप रहा था आक्रोश कांग्रेस सरकार के पिछले कार्यकाल में भी बसपा के सभी विधायक कांग्रेस में शामिल हो गए थे। वहीं इस बार भी कुछ दिनों पहले पार्टी के राजेन्द्र गुढ़ा, वाजिब अली, जोगिंदर सिंह अवाना, संदीप यादव, दीपचंद खेरिया और लाखन सिंह ने बसपा विधायक दल का विलय कांग्रेस में कर लिया। तभी से बसपा के कार्यकर्ताओं में अंदरूनी आक्रोश पनप रहा था। इससे पहले भी कार्यकर्ताओं में मारपीट हो चुकी है।