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हिंगोनिया गोशाला में व्यवस्थाओं से नाखुश महापौर सौम्या गुर्जर ने सुधार के दिए निर्देश; निजी कोष से दिए 5 लाख

ग्रेटर नगर निगम महापौर सौम्या गुर्जर ने हिंगोनिया गोशाला पहुंचकर व्यवस्थाएं देखी। जिससे वह काफी असंतुष्ट नजर आई। उन्होंने निजी कोष से पांच लाख रुपए दिए और इस राशि से 12 हजार वर्ग फीट तिरपाल लगाने का काम गोशाला में शुरू हुआ।

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राजधानी जयपुर में पड़ रही भीषण गर्मी में हिंगोनिया गोशाला में गोवंश को राहत मिले, इसके लिए बाड़े में तिरपाल लगाने का काम तेजी से चल रहा है। शुक्रवार सुबह ग्रेटर नगर निगम महापौर सौम्या गुर्जर हिंगोनिया गोशाला पहुंची। वे यहां की व्यवस्थाओं से संतुष्ट नजर नहीं आई। श्री कृष्ण बलराम सेवा ट्रस्ट के पदाधिकारियों से सात दिन में व्यवस्थाएं दुरुस्त करने को कहा। महापौर ने निजी कोष से पांच लाख रुपए दिए और इस राशि से 12 हजार वर्ग फीट तिरपाल लगाने का काम गोशाला में शुरू हुआ।

इससे पहले हैरिटेज निगम की ओर से छह हजार वर्ग फीट तिरपाल लगाने का काम चल रहा है। बाड़ों में गोवंश के लिए नाकाफी इंतजाम देखकर महापौर ने ट्रस्ट के पदाधिकारियों को लताड़ लगाई और कहा कि सात दिन बाद फिर आऊंगी, उस समय तक व्यवस्थाएं दुरुस्त नहीं हुई तो निश्चित रूप से कार्रवाई होगी। ट्रस्ट के पदाधिकारियों से महापौर ने पूछा जब हर माह निगम करीब 2 करोड़ रुपए की राशि गोशाला को दे रहा है तो बदहाल स्थिति क्यों है?

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ग्रेटर निगम कराएगा काम

जयपुर ग्रेटर निगम की महापौर सौम्या गुर्जर ने कहा कि भीषण गर्मी को देखते हुए गोवंश के लिए छांव का इंतजाम ट्रस्ट ने समय रहते नहीं किया। पिछली कांग्रेस सरकार ने यहां पानी की टंकी बनवाने की घोषणा तो की थी, लेकिन काम शुरू नहीं हुआ। अब यहां पानी की टंकी बनाने से लेकर गोवंश के लिए छाया की व्यवस्था ग्रेटर निगम करेगा। यहां 70 गोवंश की मौत प्रतिदिन हो रही है। मौत के कारणों में हीट वेव भी है।

फटकार पर ट्रस्ट की सफाई

महापौर की नाराजगी के बाद ट्रस्ट के पदाधिकारियों ने सफाई दी है। उन्होंने कहा कि एक वर्ष में छह हजार गोवंश बढ़ा है। कुछ शेड निर्माणाधीन है। ट्रस्ट ने दानदाताओं के सहयोग से यहां कुछ बाड़ों में तिरपाल भी लगाई हैं। टंकी न बनने से पानी की समस्या है।

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