राजस्थान के 75,000 से अधिक छोटे व्यवसायियों को इंटरनेट कॉमर्स कंपनी मीशो ने ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से जुड़ा है। कंपनी ने इंडस्ट्री में सबसे पहले जीरो कमीशन और जीरो पेनल्टी जैसे कदम उठाए और इसके बाद पिछले एक साल में राजस्थान से बड़ी संख्या में एमएसएमई कंपनी के प्लेटफॉर्म के साथ जुड़ते चले गए। इस क्षेत्र में आपूर्तिकर्ताओं द्वारा पसंद की जाने वाली टॉप कैटेगरी में परिधान, आभूषण, पर्सनल केयर और वेलनैस, कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स और घरेलू सजावट की वस्तुएं शामिल हैं। स्थापना के बाद से मीशो ने देश भर में खासकर टियर 2 और टियर 3 शहरों में एसएमबी को सपोर्ट करने और उन्हें सक्षम बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। प्लेटफॉर्म पर विक्रेताओं की कुल संख्या 7 लाख को पार कर गई है, पंजीकरण पिछले साल की तुलना में दोगुनी तेजी से बढ़ रहे हैं।
एमएसएमई को डिजिटाइज करने में महत्वपूर्ण भूमिका
एमएसएमई को डिजिटाइज करने में मीशो ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, जिससे वे बड़े और व्यापक कस्टमर बेस का इस्तेमाल कर सकते हैं और अपनी आमदनी को बढ़ा सकते हैं। जनवरी 2021 से अब तक 1.2 लाख छोटे व्यवसाय के मालिक लखपति बन गए हैं, जबकि 8000 से अधिक करोड़पति बन गए हैं। मीशो पर विक्रेताओं ने औसतन दो साल में अपने कारोबार में 82 फीसदी की बढ़ोतरी देखी है। सभी मीशो विक्रेताओं में से लगभग 50 प्रतिशत अमृतसर, राजकोट और तिरुपुर जैसे टियर 2 शहरों से हैं, जो इंटरनेट कॉमर्स को सभी के लिए उपलब्ध कराने के कंपनी के मिशन को रेखांकित करते हैं।
लक्ष्मीनारायण स्वामीनाथन, सीएक्सओ, सप्लाई ग्रोथ, मीशो का कीना है कि हमारे देश की फलती-फूलती उद्यमशीलता की भावना का समर्थन करने के लिए मीशो छोटे व्यवसायों को बढ़ने और ऑनलाइन सफल होने में मदद करने के लिए एक मजबूत प्लेटफॉर्म का निर्माण कर रहा है। हमने इंडस्ट्री में सबसे पहले जीरो कमीशन और जीरो पेनल्टी जैसे कदम उठाए, जिसके बाद एमएसएमई की बढ़ती संख्या ने हमारे साथ साझेदारी करने का विकल्प चुना है। हमने 2021 की तुलना में इस साल राजस्थान से अपने प्लेटफॉर्म पर शामिल होने वाले विक्रेताओं की संख्या में 2 गुना वृद्धि दर्ज की है। आज मीशो अकेला ऐसा प्लेटफॉर्म है, जहां स्तरों के आधार पर विक्रेताओं में फर्क नहीं किया जाता है और न ही हमारे पास कोई निजी लेबल या होलसेल का कोई खेल है।
जयपुर की रहने वाली सारिका अग्रवाल, जो मीशो पर आर्टिफिशियल ज्वैलरी बेचती है का कहना है कि मैंने अपनी आय को बढ़ाने के लिए यह व्यवसाय शुरू किया। मुझे उम्मीद नहीं थी कि यह अंततः एक फलते-फूलते व्यवसाय में बदल जाएगा। मीशो का जीरो-कमीशन मॉडल मुझे अपने मूल्य निर्धारण को बनाए रखने में मदद करता है, साथ ही इससे मुझे अपने कारोबार में शानदार वृद्धि सुनिश्चित करने में भी मदद मिलती है। व्यवसाय शुरू करते समय महिलाओं को अनूठी चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, लेकिन मुझे उम्मीद है कि मैं और अधिक महिलाओं को इन बाधाओं को दूर करने और अपने सपनों का पीछा करने के लिए प्रेरित कर सकती हूं।