
मंत्री धारीवाल तय करेंगे शील धाभाई का भविष्य
जयपुर। जयपुर नगर निगम ग्रेटर की कार्यवाहक महापौर शील धाभाई का कार्यकाल आगे बढ़ेगा या नहीं, इसका फैसला स्वायत्त शासन मंत्री करेंगे। स्वायत्त शासन विभाग ने धाभाई के कार्यकाल को लेकर प्रस्ताव तैयार कर लिया है, जिसे जल्द ही स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल के पास भेजा जाएगा। धारीवाल तय करेंगे कि धाभाई का कार्यकाल बढ़ेगा या फिर किसी और पार्षद को कार्यवाहक महापौर की जिम्मेदारी दी जाए। विभाग ने निगम आयुक्त यज्ञमित्र सिंह देव से इसकी जानकारी मांगी थी। नगरपालिका अधिनियम के तहत कार्यवाहक महापौर का शुरुआती कार्यकाल 60 दिन का होता है, जो पांच अगस्त को पूरा हो रहा है। इससे करीब सप्ताहभर पहले ही यह तय हो जाएगा एक्सटेंशन होगा या फिर नया दूसरा सदस्य महापौर की जिम्मेदारी संभालेगा। राज्य सरकार ने 7 जून को कार्यवाहक महापौर के आदेश जारी किए थे।
धाभाई की केवल भाजपा विधायकों से नजदीकी सरकार की नजर
कार्यवाहक महापौर की जिम्मेदारी मिलने के बाद धाभाई कई विधानसभा क्षेत्रों में दौर पर गई। जिन विधायकों के घर पहुंची और कईयों से बाहर मिली, उनमें ज्यादातर भाजपा विधायक थे। कांग्रेसी विधायकों से उनके क्षेत्र में जाकर नगर निगम कार्यप्रणाली को लेकर सीधा संवाद संभवतया नहीं हुआ। इसे लेकर भी मंत्री नजर बनाए हुए हैं।
यह है नगरपालिका एक्ट
-नगरपालिका अधिनियम के तहत राज्य सरकार 60 दिन के लिए कार्यवाहक महापौर बना सकती है। हालांकि, परिस्थितियों को देखते हुए यह कार्यकाल आगे भी बढ़ाया जा सकता है। प्रदेश में कई जगह ऐसे मामलों में सरकारों ने 6़ से 8 माह तक कार्यकाल बढ़ाया है।
-नगर निगम ग्रेटर मामले में निलंबित महापौर ने सुप्रीम कोर्ट में अपील की हुई है। वहीं दूसरी ओर सरकार न्यायिक अधिकारी से भी जांच करा रही है। इस मामले में जब तक निर्णय नहीं हो जाता, तब तक महापौर के चुनाव भी संभव नहीं है।
यह हुआ था ममला
राज्य सरकार ने ग्रेटर निगम आयुक्त यज्ञमित्र सिंह देव के साथ अभद्रता व मारपीट मामले में 6 जून को महापौर सौम्या गुर्जर व पार्षद पारस जैन, अजय चौहान और रामकिशोर प्रजापत को निलंबित किया था। 7 जून को शील धाभाई को कार्यवाहक महापौर बनाने के आदेश हुए।
Published on:
22 Jul 2021 11:55 pm
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