मौसम केंद्र के प्रभारी आरएस शर्मा ने बताया कि मानसून की टर्फ रेखा मध्य समुद्र तल से दक्षिण-पश्चिम राजस्थान, जयपुर, ग्वालियर, वाराणसी, गया, मालदा और फिर पूर्व की ओर मणिपुर तथा बांग्लादेश और दक्षिण असम में अच्छी तरह से चिह्नित निम्न दबाव क्षेत्र से गुजर रही है। जबकि पूर्वोत्तर अरब सागर के ऊपर चक्रवाती परिसंचरण औसत समुद्र तल से 3.1 किमी ऊपर तक फैला हुआ है। अपतटीय टर्फ रेखा दक्षिण गुजरात से महाराष्ट्र तट तक निचले स्तर पर फैली हुई है। मौसम के इस सिस्टम से प्रदेश में बारिश की संभावना कम हो गई है।
प्रदेश में मानसून की गतिविधि कम होने से प्रदेश में विभिन्न जगहों पर धूप खिल आई है। इससे तापमान में अब बढ़ोतरी की संभावना जताई जा रही है। मौसम विभाग के अनुसार तीन दिन मौसम साफ रहने से तापमान में दो से चार डिग्री बढ़ोत्तरी हो सकती है।
इस सप्ताह बाड़मेर सिरोही में भारी बारिश के बाद 20 अगस्त तक स्कूलों में छुटिटयां की गई है। इसके साथ ही भारी बारिश के बाद दक्षिण पूर्वी हिस्से के कई बांध ओवरफ्लो हो गए हैं। 10 से अधिक बांधों में जमकर पानी बरसा। इधर जयपुर सहित अन्य जिलों की पेयजल आपूर्ति वाले बीसलपुर बांध में लगातार पानी की आवक जारी है। बीती रात से आज सुबह तक बांध में आया आठ सेंटीमीटर पानी दर्ज किया गया। आज सुबह का जलस्तर 312. 69 आरएल मीटर रहा। सालभर से अधिक समय के लिए जलआपूर्ति के बांध में पानी आ चुका है। वहीं त्रिवेणी का गेज चार मीटर दर्ज किया गया।