6 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

राजस्थान में तीन करोड़ का मायरा:4.71 लाख नकद, 7 तोला सोना और 52 बीघा जमीन

Mayra Nagaur : राजस्थान में जब भी भाई बहन के प्रेम की बात होती है तो नागौर एक अलग ही स्थान रखता है। यहां बहन को भेंट देने में भाई एक के बाद एक नया रिकार्ड बनाते हैं।

less than 1 minute read
Google source verification
968cc8a3_906264_p_14_mr_1.jpg

Mayra Nagaur : राजस्थान में जब भी भाई बहन के प्रेम की बात होती है तो नागौर एक अलग ही स्थान रखता है। यहां बहन को भेंट देने में भाई एक के बाद एक नया रिकार्ड बनाते हैं। शादियों में यहां हर दिन एक नया पैगाम सुनने को मिलता है। अब नई कहानी लिखी है रेण कस्बे के एक दिव्यांग भाई ने। यहां समीपवर्ती जारोड़ा गांव में एक दिव्यांग भाई की ओर से अपनी बहन के भरा गया करोड़ों का मायरा क्षेत्र में चर्चा का विषय रहा। भाई ने अपनी बहन को मायरे में नकद रुपए, सोने-चांदी के आभूषण सहित बेशकीमती जमीन दी है।

समाज सेवी हरिश छरंग ने बताया कि जारोड़ा निवासी पुनी मुंडेल पत्नी रामाकिशन मुंडेल की तीन बेटी व दो बेटों का विवाह था। इस दौरान मामा निमड़ी निवासी लाखाराम बेड़ा पुत्र रामदेव ने अपनी इकलौती बहन के 4 लाख 71 हजार रुपए नकद, 7 तोला सोने-चांदी के आभूषण के साथ टयूबवेल समेत 52 बीघा जमीन ( बाजार दर के हिसाब से करीब 2 करोड़ 50 लाख कीमत) मायरा में दी। एक दिव्यांग भाई की ओर से करोड़ों का मायरा भरने की ग्रामीणों ने काफी सराहना की।

गौरतलब रहे कि दिव्यांग लाखाराम काश्तकार है। माता-पिता के निधन के बाद लाखाराम बेडा ने इकलौती बहन पुनी देवी के मायरे में किसी तरह की कमी नहीं रखी। मायरे के कार्यक्रम में मेड़ता के पूर्व प्रधान रामनिवास धौलिया, ईग्यासनी के पूर्वसरंपच देवाराम छरंग , चौलियास सरंपच जसाराम छरंग, हीराराम छरंग, हेमाराम छरंग, रामनिवास जाजड़ा सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे।