अब तक 15 लाख से ज्यादा ऑब्जर्वेशन
करीब 30 साल से अंतरिक्ष में तैनात हबल टेलीस्कोप दुनिया को ब्रह्मांड की संरचनाओं से रू-ब-रू कर रहा है। इस टेलीस्कोप ने अब तक 15 लाख से ज्यादा ऑब्जर्वेशन किए हैं। पिछले हफ्ते इसने विशाल आकाशगंगा के नजारे को कैद किया था, जो हमारी आकाशगंगा 'मिल्की वे' से ढाई गुना बड़ी है। इस अंडाकार आकाशगंगा को एनजीसी-474 नाम से जाना जाता है। यह पृथ्वी से करीब 10 करोड़ प्रकाश वर्ष दूर है।
करीब 30 साल से अंतरिक्ष में तैनात हबल टेलीस्कोप दुनिया को ब्रह्मांड की संरचनाओं से रू-ब-रू कर रहा है। इस टेलीस्कोप ने अब तक 15 लाख से ज्यादा ऑब्जर्वेशन किए हैं। पिछले हफ्ते इसने विशाल आकाशगंगा के नजारे को कैद किया था, जो हमारी आकाशगंगा 'मिल्की वे' से ढाई गुना बड़ी है। इस अंडाकार आकाशगंगा को एनजीसी-474 नाम से जाना जाता है। यह पृथ्वी से करीब 10 करोड़ प्रकाश वर्ष दूर है।
डेटा के आधार पर बनाई रंगीन तस्वीर
हबल वाइड फील्ड कैमरा-3 और एडवांस सर्वे कैमरा के डेटा के आधार पर नासा ने दुर्लभ आकाशगंगा एनजीसी-3631 की तस्वीर बनाई है। इसमें नीले-सफेद रंग के जरिए सितारों के निर्माण वाले हिस्से को दिखाया गया है, जबकि नारंगी रंग के जरिए इन्फ्रारेड प्रकाश क्षेत्र दर्शाया गया।
हबल वाइड फील्ड कैमरा-3 और एडवांस सर्वे कैमरा के डेटा के आधार पर नासा ने दुर्लभ आकाशगंगा एनजीसी-3631 की तस्वीर बनाई है। इसमें नीले-सफेद रंग के जरिए सितारों के निर्माण वाले हिस्से को दिखाया गया है, जबकि नारंगी रंग के जरिए इन्फ्रारेड प्रकाश क्षेत्र दर्शाया गया।