आरटीडीसी के होटलों में फिर गूंजेगा पधारो म्हारे देश
पर्यटन विभाग (tourism department) के लिए सफेद हाथी बन चुकी होटल, मोटल व यात्रिका के दिन अब जल्द फिरने वाले हैं। घाटे की वजह से बंद होने वाली 50 से अधिक इकाइयों को अब पर्यटन विभाग ने लीज पर (at lease) देने की तैयारी कर ली है। यदि सब कुछ ठीक रहा तो अगले कुछ महीनों में बंद पड़े इन होटल, मोटल व यात्रिका में पधारो म्हारे देश (come to my country) की धुन सुनाई देगी।
जयपुर•Jul 01, 2021 / 10:27 pm•
vinod
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सीकर। पर्यटन विभाग (tourism department) के लिए सफेद हाथी बन चुकी होटल, मोटल व यात्रिका के दिन अब जल्द फिरने वाले हैं। घाटे की वजह से बंद होने वाली 50 से अधिक इकाइयों को अब पर्यटन विभाग ने लीज पर (at lease) देने की तैयारी कर ली है। यदि सब कुछ ठीक रहा तो अगले कुछ महीनों में बंद पड़े इन होटल, मोटल व यात्रिका में पधारो म्हारे देश (come to my country) की धुन सुनाई देगी। पर्यटन राज्य मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने इस संबंध में विभाग के अधिकारियों की दो बैठक भी ले चुके हैं। सभी जिलों में पर्यटन विभाग की संपतियों की कुंडली बनाने का काम भी शुरू हो गया है।
संपत्तियों की लीज राशि में पारदर्शिता रखने के लिए सभी जिलों में संबंधित जिला कलेक्टर सहित अन्य अधिकारियों की अध्यक्षता में कमेटी बनाई गई है। इधर, कोरोनाकाल की वजह से बेहद कठिन दौर से गुजरने वाले पर्यटन सेक्टर को 300 करोड़ रुपए से बूस्टर डोज भी मिलेगा। विभाग की ओर से लगभग 300 करोड़ रुपए विभाग की इकाईयों के संस्थागत ढांचे को मजबूत करने सहित अन्य कार्यों पर खर्च होंगे। इसके अलावा 200 करोड़ रुपए की लागत से राजस्थान के पर्यटक स्थलों की ब्रॉडिंग की जाएगी, जिससे राजस्थान आने वाले पर्यटकों की संख्या में और इजाफा किया जा सके।
पहले चरण में इनको दिया जाएगा लीज पर
पहले चरण में घाटे की वजह से बंद इकाइयों को लीज पर दिया जाएगा। इसमें चित्तौडगढ़ की जनता आवास, सिरोही की होटल पुर्जन, भीलवाड़ा की होटल भीलवाड़ा, हनुमानगढ़ होटल, नागौर की होटल कुरजा, बाड़मेर की होटल खड़ताल, अजमेर की होटल रॉयल ट्यूरिस्ट विजेल पुष्कर, चूरू की चिरमी, उदयपुर की होटल गवरी ऋषभदेव, बूंदी की होटल वृंदावती, अजमेर की होटल पर्यटक गांव पुष्कर, झालावाड़ की होटल चंद्रावती, होटल झुंझुनूं, जयपुर की होटल झील रामगढ़ शामिल है। इसके अलावा सीकर, दौसा, नागौर, जोधपुर, टोंक, धौलपुर, भरतपुर, भीलवाड़ा, जोधपुर, जयपुर, चूरू, राजसमंद व जैसलमेर के मिडवे को भी किराए पर देने की योजना है। वहीं झुुझुनूं जिले के कैफेटेरिया महेनसर, मंडावा, तालवृक्ष अलवर, मेनाल चित्तौडग़ढ़, यात्रिका करौली, सालासर व नाथद्वारा को भी लीज पर दिए जाने की तैयारी है।
अगले चरण में इनको भी दिया जाएगा लीज पर
योजना के दूसरे चरण में इस तरह की इकाइयों को लीज पर दिया जाएगा जिनका संचालन तो हो रहा है, लेकिन विभाग का घाटा बढ़ रहा है। इसमें होटल स्वागतम जयपुर, होटल तीज, होटल शिल्पी रणकपुर पाली, होटल पन्ना चित्तौडग़ढ़, होटल टाईगर डेन सरिस्का अलवर, होटल मीनल अलवर, होटल विनायक सवाईमाधोपुर, होटल पणिहारी पाली, होटल गबड़ी तालाब झालावाड़, होटल सारस भरतपुर, मोटल महवा, मिडवे बालोतरा बाड़मेर, मोटल रतनपुर डूंगरपुर शामिल है।
हर जिले में कलेक्टर की अध्यक्षता में बनेगी कमेटी
बंद इकाइयों को लीज पद देने के लिए हर जिले में सात सदस्यीय कमेटी का गठन होगा। इसमें संबंधित जिले के जिला कलेक्टर अध्यक्ष, राजस्थान पर्यटन विभाग के उच्चतम अधिकारी सदस्य, कोषाधिकारी की ओर से नामित अधिकारी, अधिशाषी अधिकारी स्थानीय निकाय, सार्वजनिक निर्माण विभाग अधिकारी व पर्यटन विकास निगम का मुख्यालय से नियुक्त अधिकारी कमेटी में सदस्य होगा।
अन्य विभागों के गेस्ट हाउस के लिए भी अब होगी पर्यटकों की बुकिंग
देश-दुनिया से आने वाले पर्यटकों को पर्यटन विभाग की ओर से जल्द नई सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी। इसके तहत वन विभाग, बिजली निगम, सार्वजनिक निर्माण सहित अन्य विभागों के गेस्ट हाउसों के लिए भी अब पर्यटक बुकिंग करा सकेंगे।
अब घाटे से उबरेगी विभाग की होटल
यदि कोरोनाकाल को छोड़ दें तो हर साल राजस्थान आने वाले पर्यटकों की संख्या में इजाफा हो रहा है। पर्यटन विभाग के पास लगभग 100 होटल, मोटल, कैफेटेरिया व यात्रिका है। इनका बेहतर उपयोग करने के लिए अब पहले चरण में बंद इकाइयों को लीज पर देने की तैयारी की जा रही है। इससे इन संसाधनों का अच्छा उपयोग हो सकेगा और पर्यटकों को भी राहत मिलेगी।
-गोविंद सिंह डोटासरा, पर्यटन राज्य मंत्री