जयपुर। पेपर लीक मामले में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि इसमें नेता और अफसर शामिल नहीं हैं। विपक्ष बेवजह हल्ला कर रहा है। उनके इस बयान पर राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पेपर लीक में शामिल अफसरों-नेताओं को आपकी क्लीन चिट राजस्थान के लाखों बेरोजगारों पर अत्याचार है। पेपर लीक के एक भी मामले में पुलिस तह तक नहीं पहुंची है। यदि सरकार की बड़े मगरमच्छों को पकड़ने की मंशा है तो तुरंत CBI जांच की अनुशंसा करनी चाहिए। मैं खुद पेपर लीक करने वालों के नाम उजागर कर चुका हूं। रीट पेपर लीक में लिप्त होने की वजह से सरकार ने बोर्ड अध्यक्ष डीपी जारोली को बर्खास्त किया, लेकिन पुलिस ने उसे क्लीन चिट दे दी।
उन्होंने कहा कि SOG के मोहन पोसवाल लीक में शामिल है, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।आॅफ़लाइन /ऑनलाइन परीक्षा लीक के सरगना सुरेश ढाका से राजनेता और नौकरशाही के गठजोड़ के बारे में भी बताया है।मुख्यमंत्री जी आप कार्रवाई का पक्का भरोसा दें तो मैं खुद आपको नाम बता देता हूं, लेकिन आप लीपापोती के अलावा कुछ नहीं करेंगे, इसीलिए तो नेताओं-अफसरों को क्लीन चिट दी है।