
DG-IG conference: जयपुर. प्रधानमंत्री ने पुलिस की छवि बदलने की जरूरत बताई। उन्होंने आमजन व पुलिस के बीच संपर्क बढ़ाने के लिए खेल आयोजन जैसे कार्यक्रम करने का सुझाव दिया। पुलिस जनता के साथ मेलजोल बढ़ाएगी तो सकारात्मक परिणाम सामने आएंगे। उन्होंने कहा कि हर स्तर पर शिकायत की सुनवाई और क्विक रिप्लाई होनी चाहिए। पुलिसकर्मियों की फिटनेस को लेकर बोले कि योग करें। मैं पचास साल से योग कर रहा हूं। गारंटी देता हूं आपकी तनाव भरी नौकरी में योग काफी मददगार साबित होगा।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों के प्रमुखों व सभी राज्यों के डीजीपी को कहा है कि उन संगठनों पर नजर रखें जो प्रतिबंध के बाद रूप बदलकर राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में लिप्त हैं। कई ऐसे संगठन हैं जो नाम से सामान्य प्रतीत होते हैं, लेकिन विकास या देश के खिलाफ काम करते हैं या आतंक से जुड़ाव रखने वालों की मदद करते हैं। उनकी पहचान कर उन्हें खत्म करने पर काम करें। मोदी रविवार को जयपुर में तीन दिवसीय 58वें महानिदेशक एवं महानिरीक्षक सम्मेलन (डीजी-आईजी कॉन्फ्रेंस) में देशभर से पहुंचे अधिकारियों को संबोधित कर रहे थे। सम्मेलन का रविवार को समापन हो गया। समापन सत्र में प्रधानमंत्री ने विशिष्ट सेवाओं के लिए पुलिस पदक भी वितरित किए। प्रधानमंत्री ने कहा कि डीजी-आईजी सम्मेलन में तय किए गए मुद्दों की पालना जरूरी है। इसके फीडबैक केलिए कमेटी बने। जो पहले राज्यों और फिर जिलों से फीडबैक ले।
प्रधानमंत्री ने कहा कि नए आपराधिक कानून 'नागरिक पहले, गरिमा पहले और न्याय पहले' की भावना के साथ बनाए हैं। यह सुनिश्चित किया जा सके कि महिलाएं निडर होकर 'कभी भी और कहीं भी' काम कर सकें। उन्हें यह पता होना चाहिए कि नए कानून में उनके लिए क्या-क्या प्रावधान किए गए हैं। नए कानून को लेकर जानकारी परख वीडियो बनाकर प्रचारित भी किया जाने चाहिए। पुलिस को अब 'डंडा' के साथ काम करने के बजाय 'डेटा' के साथ काम करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि भारतीय पुलिस को 2047 तक विकसित भारत के दृष्टिकोण को साकार करने के लिए एक आधुनिक और विश्व स्तरीय पुलिस बल में बदलना होगा।
भारत में सबसे अधिक मुस्लिम आबादी, यहां कोई परेशानी नहींप्रधानमंत्री ने एक सत्र में कहा कि भारत में सभी धर्मों के लोग रहते हैं। सभी धर्मों को यहां सम्मान मिलता है। उन्होंने कहा कि विश्व में सबसे अधिक मुस्लिम आबादी भारत में रहती है। फिर भी यहां किसी को परेशानी नहीं हैं। कानून सबको समान अधिकार देता है। यही भारत की खूबी है।
स्कूली शिक्षा जरूरी
एक सत्र के दौरान प्रधानमंत्री ने कहा कि मदरसों के साथ स्कूली शिक्षा जरूरी है। उन्होंने श्रीनगर की एक छात्रा का जिक्र करते हुए कहा कि पहले यह छात्रा सुरक्षाकर्मियों पर पत्थर फेंकने की घटनाओं में आगे रहती थी। उसे चिह्नित कर उसकी स्कूली शिक्षा की व्यवस्था की। खेलकूद में उसकी रुचि थी। मौका मिला तो उसने नेशनल लेवल पर मेडल भी जीता। उन्होंने पुलिस अधिकारियों को कहा कि इस तरह के बच्चों पर नजर रखकर उन्हें सही रास्तों पर लाना है।
सीमा क्षेत्र में हो स्मार्ट विलेज का चयन
प्रधानमंत्री ने कहा कि सीमा क्षेत्र के गांवों में पुलिस अधिकारियों को दौरे करने चाहिए। वहां स्मार्ट विलेज चिन्हित किए जाएं। कभी ये देश के पहले गांव हुआ करते थे। सीमा क्षेत्र के गावों में इस तरह के गतिविधियां हों कि वहां के निवासी राष्ट्र के विकास में भी भागीदारी निभा सकें।
तैयार करें साइबर कमांडो
प्रधानमंत्री ने कहा कि वर्तमान में एआइ, डीपफेक, चेट जीटीपी जैसे नए बदलाव पुलिस के लिए चुनौती हैं। पुलिस व अन्य एजेंसियों को अपनी बात हर आदमी तक पहुंचाने के लिए सोशल मीडिया पर उनको अपनी रीच बढ़ानी होगी। समाज में साइबर सुरक्षा के लिए साइबर कमांडो बनाएं। समाज में कई ऐसे लोग हैं, जो साइबर अपराध के खिलाफ सक्रिय हैं। उनकी तलाश करें और उन्हें ट्रेनिंग दें।
नौसेना व वैज्ञानिकों को बधाई
मोदी ने भारत के पहले सौर मिशन-आदित्य-एल1 की सफलता और भारतीय नौसेना द्वारा अरब सागर में अपहृत जहाज से 21 चालक दल के सदस्यों को बचाने वाली घटना का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि ऐसी उपलब्धियां दिखाती हैं कि भारत दुनिया में एक प्रमुख शक्ति के रूप में उभर रहा है। आदित्य-एल1 की सफलता चंद्रयान-3 मिशन की सफलता के समान है। उन्होंने भारतीय नौसेना के सफल ऑपरेशन पर भी गर्व जताया।
Published on:
08 Jan 2024 07:10 pm
बड़ी खबरें
View Allजयपुर
राजस्थान न्यूज़
ट्रेंडिंग
