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वेदांता लिमिटेड की प्रिया अग्रवाल हेब्बर ने कहा, ‘मेरे पिता ने भूख देखी है, इसलिए कोई बच्चा भूखा नहीं सोएगा’

वेदांता लिमिटेड की नॉन एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर प्रिया अग्रवाल हेब्बर एक दिवसीय कार्यक्रम के लिए पिंकसिटी पहुंची। यहां पर उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ वेदांता पिंकसिटी हाफ मैराथन का फ्लैगऑफ किया।

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वेदांता लिमिटेड नॉन एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर प्रिया अग्रवाल हेब्बर

वेदांता लिमिटेड नॉन एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर प्रिया अग्रवाल हेब्बर

जयपुर। वेदांता लिमिटेड की नॉन एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर प्रिया अग्रवाल हेब्बर एक दिवसीय कार्यक्रम के लिए पिंकसिटी पहुंची। यहां पर उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ वेदांता पिंकसिटी हाफ मैराथन का फ्लैग ऑफ किया। इसके बाद पत्रिका से खास बातचीत में उन्होंने मैराथन के मिशन 'रन फॉर जीरो हंगर' पर विस्तार से बात की। साथ ही अपने पारिवारिक अनुभव भी साझा किए। साथ ही वेदांता समूह की ओर से किए जा रहे सामाजिक कार्यों पर भी अपने विचार रखे।

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सवाल: पिंकसिटी हाफ मैराथन का आयोजन किस भावना के साथ किया गया?

जवाब: पिंकसिटी हाफ मैराथन एक बहुत बड़ी भावना के साथ आयोजित की गई है। यह भावना है 'जीरो हंगर'। यानी कोई भी बच्चा भूखा ना सोए। इस मिशन का बड़ा असर देखने को मिल रहा है। दिल्ली के बाद जयपुर में यह मैराथन आयोजित की गई है। जिसमें लोगों का बड़ा रूझान देखने को मिला है। हम यह चाहते हैं कि हर बच्चे को पौष्टिक आहार मिले और कोई भी भूखा ना सोए।

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सवाल: आपके पिता अनिल अग्रवाल, जो वेदांता समूह के चेयरमैन हैं उन्होंने काफी संघर्ष किया है। क्या कहना चाहेंगे?

जवाब: मेरे पिता एवं हमारे परिवार ने बहुत संघर्ष किया है। मेरे पिता ने भूख का अनुभव किया है। वे जानते हैं कि भूखा रहकर सोना कितना तकलीफ देता है। इसलिए मेरा पिता ने कहा कि आगे कोई भी बच्चा इस भूख को महसूस नहीं करना चाहिए। मेरी दादी उस समय बहुत कम पैसे कमा पाती थी। उनके चार बच्चे थे। दादी बड़ी मुश्किल से खाने का जुगाड़ कर पाती थी। कई बार बच्चों को खिलाकर उन्हें खुद भूखा रहना पड़ता था। ये सभी चीजें मेरे पापा ने बखूबी देखी हैं और यही बात हमें इस काम के लिए प्रेरित करती है।

सवाल: नंदघर योजना को लेकर आपने राजस्थान सरकार के साथ एमओयू किया है। क्या खास देखने को मिलेगा वहां पर?

जवाब: हमने राजस्थान सरकार के साथ आंगनबाड़ी में नंदघर बनाने की योजना पर एमओयू साइन किया है। यह काम शुरू हो चुका है। नंदघर में हर बच्चे को पौष्टिक आहार मिलेगा ताकि उसका सर्वांगीण विकास हो सके। हमारा सपना है कि देश की सभी 13 लाख आंगनबाड़ी नंदघर बन जाएं। अभी चार हजार नंदघर का काम पूरा हो चुका है। राजस्थान में 25 हजार आंगनबाड़ी को नंदघर बनाया जाएगा। हम चाहते हैं कि और भी कॉर्पोरेट इसमें आगे आए।

सवाल: स्वस्थ गांव अभियान को लेकर वेदांता ने कदम आगे बढ़ाया है। इसमें क्या परिवर्तन देखने को मिल रहा है?

जवाब: कोविड के समय हमने देखा कि गांवों में बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं नहीं थी। इसलिए पहले फेज में एक हजार गांवों में स्वस्थ गांव अभियान बनाने का लक्ष्य रखा गया है। इसका मकसद है पूरे गांव को स्वस्थ रखना और उसे मॉडल स्टेट बनाना। ताकि जो भी व्यक्ति उस गांव को देखे तो उसे पता लगे कि गांवों को स्वस्थ रहना बेहद जरूरी हैं। इन गांवों में स्वास्थ्य सेवाएं डवलप करना हमारा मकसद है।

सवाल: राजस्थान और वेदांता का संबंध काफी गहरा है। आने वाले समय में राजस्थान के लिए क्या योजनाएं हैं?

जवाब: राजस्थान तो हमारे पूरे परिवार के दिल में हैं। यहीं पर हमारे जड़े हैं। सब कुछ राजस्थान से ही शुरू हुआ है। यहां पर हमारी दो सबसे बड़ी कंपनियां भी हैं। यहां पर दिल लगाकर हम सब कुछ करना चाहते हैं। मेरे पिता अपनी संपत्ति का 75 प्रतिशत वापस देना चाहते हैं। हमारे जितने बड़े प्लान हैं, उन सभी की शुरूआत राजस्थान से ही होगी। इसका कारण है कि हमारे काम भी यहीं पर हैं, हमारा दिल भी यहीं पर है और हम भी यहीं हैं। पहली शुरूआत राजस्थान में ही होगी।