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जयपुर में खुद को आग लगा ट्रांसपोर्ट नगर थाने में घुसा प्रॉपर्टी डीलर… मचा हड़कंप

करीब 60 फीसदी झुलसा, एसएमएस अस्पताल में भर्ती, पर्चा बयान पर साझेदार के खिलाफ मोटा ब्याज वसूलने व प्रताडऩा का मामला दर्ज

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transport nagar attempt suicide

जयपुर। ब्याज माफिया (प्रॉपर्टी व्यवसाय में साझेदार) से परेशान होकर एक प्रॉपर्टी डीलर राजेश शर्मा (55) ने खुद को आग लगाकर भागते हुए ट्रांसपोर्ट नगर थाने में घुस गया। इससे थाने में हडक़ंप मच गया। थाने में मौजूद पुलिसकर्मियों ने प्रॉपर्टी डीलर पर कंबल डाल आग बुझाई और उसे एसएमएस अस्पताल में भर्ती करवाया है। अस्पताल में चिकित्सकों ने करीब 55 फीसदी झुलसना बताया है। परिजन का आरोप है कि प्रॉपर्टी डीलर पहले साझेदार से परेशान था और फिर पुलिस उसका मामला दर्ज नहीं कर रही थी। इससे परेशान होकर उसको आत्मदाह के प्रयास का कदम उठाना पड़ा। पुलिस ने आत्मदाह की घटना के बाद कैलाश माहेश्वरी को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।

1.50 करोड़ रुपए लिए थे उधार

अस्पताल पहुंची डीसीपी (ईस्ट) तेजस्वनी गौतम ने बताया कि प्रॉपर्टी डीलर के न्यायिक मजिस्ट्रेट के समक्ष बयान करवाए। पुलिस ने पर्चा बयान के आधार पर दुर्गापुरा निवासी फाइनेंसर कैलाश माहेश्वरी के खिलाफ प्रॉपर्टी डीलर राजेश शर्मा को प्रताडि़त करने का मामला दर्ज किया। आरोप है कि प्रॉपर्टी डीलर राजेश शर्मा ने कैलाश माहेश्वरी से 1.50 करोड़ रुपए उधार लिए थे। इसके बदले में प्रति सेकड़ा पर 2.60 रुपए ब्याज चुका रहा था। मई व जून का ब्याज समय पर नहीं देने पर शनिवार को कैलाश माहेश्वरी सेठी कॉलोनी राजेश के घर पहुंचा और घर पर मौजूद पत्नी व दोनों बेटियों से अभद्रता की।

थाने रिपोर्ट दर्ज कराने लगाए चक्कर

राजेश के भाई अशोक शर्मा ने बताया कि कैलाश माहेश्वरी ने घर आकर अभद्रता की। इस संबंध में भाई राजेश ट्रांसपोर्ट नगर थाने में शनिवार शाम को पहुंचे और रिपोर्ट दर्ज करवाने के लिए शिकायत दी। लेकिन पुलिस ने एफआइआर दर्ज नहीं की। थानाधिकारी ने भाई को ही डांट दिया। वहीं एसएचओ अरूण चौधरी का कहना है कि मामला लेन देन का बताया था। इस पर परिवाद दर्ज कर अनुसंधान करने के लिए कहा था।

पैसों के लिए मकान बेच दिया

सेठी कॉलोनी निवासी रवि जैन ने बताया कि राजेश शर्मा परिवार सहित तीन वर्ष से उनके यहां किराए से रह रहे हैं। हर माह समय पर किराया दिया। बेटियां रोते हुए घर आई, तब घटना का पता चला। अस्पताल में एक रिश्तेदार ने बताया कि राजेश ने किसी के पैसे नहीं रखे। जामडोली में परिवार के अन्य सदस्यों के मकान है, लेकिन प्रॉपर्टी में मंदी होने पर राजेश ने अपना मकान तक बेच दिया। इसकी गहनता से जांच होनी चाहिए।