ऐसे समझें हरियाली के फायदे
सबसेे खास बात यह है कि यहां पूरे 170 एकड़ जमीन पर फैले परिसर में आठ हजार से अधिक छायादार, फलदार पेड़ हैं। साथ ही 170 एकड़ जमीन यानि पूरे चार किमी. के परिसर की बाउंड्री पर बुगन बैली लगाई हुई है। हरियाली और ठंडी हवाओं के बीच परिसर में प्रवेश के बाद सुकुनभरा माहौल यहां मरीजों को मिलेगा। अस्थमा भवन के निदेशक और वरिष्ठ श्वास रोग विशेषज्ञ डाॅ. वीरेंद्र सिंह ने बताया कि एक स्वस्थ पेड़ हर दिन लगभग 230 लीटर ऑक्सीजन छोड़ता है, जिससे सात लोगों को प्राण वायु मिल पाती है। एक-एक पेड अमूल्य है, यह तापमान 1 स 5 डिग्री तक कम करने के साथ ही सीओटू कम करता है। एक पेड़ सालभर में 100 किग्रा तक ऑक्सीजन देता है। एक व्यक्ति को सालभर में 740 किग्रा ऑक्सीजन की जरूरत होती है।
दस हजार मरीज तक ठहरने की क्षमता
यहां 10 लाख स्कवायर फीट के डोम में शुरूआती दौर में कोरोना प्रभावितों के लिए चिकित्सा एवं स्वाथ्य विभाग द्वारा 500 मेडीकल सर्जिकल यूनिट बैड्स सेंटर पर उपलब्ध कराए हैं। कुल छह वार्ड यहां पहले बनाए जाएंगे। हर मरीज के बीच छह फीट की दूरी और पर्दा होगा। इसके बाद इसे बढ़ाया जाएगा। कुल 10 हजार मरीजों को यहां एकसाथ ठहराने की क्षमता डोम में है। जेडीए, चिकित्सा विभाग की टीम, नगर निगम की टीमों का अलग-अलग व्यवस्थाओं का जिम्मा संभालेगीे। वहीं राधा स्वामी संस्थान की ओर से पेयजल, चाय, नाश्ते, खाने और काढ़ा दिया जाएगा। 26 अप्रेल से यह सेंटर मरीजों के लिए शुरू होगा। डोम में आरटीपीसीआर टेस्ट की लैब के अलावा 15 तरह की दवाइयां, दो एंबुलेंस,150 के आसपास चिकित्सक और नर्सिंग स्टाफ रहेगा।