28 दिसंबर 2025,

रविवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Rajasthan Politics: हनुमान बेनीवाल ने क्यों लौटाई सुरक्षा? IB ने जान के खतरे का दिया था इनपुट

नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने जान के खतरे के बीच दो पीएसओ लौटा दिए हैं।

2 min read
Google source verification
hanuman beniwal

सांसद हनुमान बेनीवाल ने लौटाई सुरक्षा

नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने रविवार को दोनों सुरक्षाकर्मी लौटा दिए। उन्होंने कहा कि कई सालों से आधुनिक हथियारों से लैस चार सुरक्षाकर्मी उपलब्ध कराए गए थे। भाजपा सरकार ने आते ही उनमें से दो हटा दिए। जो दो बचे थे, उनसे आधुनिक हथियार हटाकर पिस्टल दे दी।

बेनीवाल ने बताया कि 25 अप्रेल को राज्य सरकार के आला अफसरों ने मुझे दूरभाष पर जान से खतरा बताते हुए एस्कॉर्ट और सुरक्षा उपलब्ध करवाने की बात कहीं थी। मैं पिछले 3 दिनों से जयपुर में हूं और दो दिन से धरने पर हूं। केंद्र की एजेंसियों से मेरी जान को खतरा होने का इनपुट मिलने के बावजूद इंटेलिजेंस की ओर से आदेशित श्रेणी की सुरक्षा नहीं दी गई है। मुझे किससे खतरा है, यह जानकारी भी सार्वजनिक नहीं की गई है।

उन्होंने सोशल मीडिया पर अपनी पोस्ट में मुख्यमंत्री को संबोधित करते हुए लिखा कि नागौर एसपी राज्य सरकार तथा केंद्र सरकार की इंटेलिजेंस के उच्च अधिकारियों से भी बड़े हो गए हैं। वे यह कह रहे हैं कि केवल नागौर जिले में ही एस्कॉर्ट और सुरक्षा दी जाएगी। जबकि मैं पूरे राजस्थान और देश के कई अन्य राज्यों के सार्वजनिक कार्यक्रमों में भी जाता रहता हूं। राजस्थान के जवान और किसान मेरी सुरक्षा करेंगे। अन्याय तथा भ्रष्टाचार के खिलाफ ऐसे ही लड़ता रहूंगा। मुझे आपकी सुरक्षा की जरूरत नहीं है। इसलिए मेरी सुरक्षा में तैनात दोनों सुरक्षाकर्मी वापिस लौटा रहा हूं।

सांसद, विधायक व अन्य वीआइपी की की सुरक्षा को लेकर समय-समय पर समीक्षा बैठक आयोजित होती है। बैठक में सुरक्षा हटाने, बढ़ाने या कम किए जाने का निर्णय लिया जाता है। सांसद हनुमान बेनीवाल ने खुद की सुरक्षा में लगे सुरक्षाकर्मियों को हटा दिया, इसकी जानकारी नहीं है। सांसद को क्या सुरक्षा दी गई है, इसका पता किया जाएगा।- यू.आर. साहू, डीजीपी राजस्थान

यह भी पढ़ें : SI भर्ती परीक्षा रद्द को लेकर हनुमान बेनीवाल के नेतृत्व में धरना जारी, मनोज मीणा बोले- ‘इस बार लड़ाई आर-पार की’