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Rajasthan: स्कूल हादसों के बाद सख्त हुई सरकार, शिक्षामंत्री ने शिक्षकों को दी ये खुली छूट; लगाना होगा ताला

Rajasthan School News: राजस्थान में स्कूलों में हाल ही में हुए हादसों ने सरकार को सतर्क कर दिया है। शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने प्रदेशभर के शिक्षकों को मानसून के दौरान विशेष सावधानी बरतने के निर्देश दिए हैं।

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Education Minister Madan Dilawar

शिक्षामंत्री मदन दिलावर, फोटो- एक्स हैंडल

Rajasthan School News: राजस्थान में झालावाड़ और जैसलमेर के स्कूलों में हाल ही में हुए हादसों ने सरकार को सतर्क कर दिया है। इन घटनाओं के बाद शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने कड़ा रुख अपनाते हुए प्रदेशभर के शिक्षकों को मानसून के दौरान विशेष सावधानी बरतने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने स्पष्ट कहा कि जर्जर स्कूल भवनों में ताला लगाकर छुट्टी कर दी जाए।

इसके साथ ही शिक्षकों को यह अधिकार भी दिया गया है कि अगर स्कूल की स्थिति खराब है तो वे अपने स्तर पर छुट्टी का फैसला ले सकते हैं। इसके लिए उन्हें सिर्फ अपने उच्च अधिकारियों को फोन पर सूचित करना होगा।

शिक्षा मंत्री ने शिक्षकों के दी छूट

शिक्षा मंत्री ने कहा कि राजस्थान में इस समय भारी बारिश का दौर चल रहा है। कई गांवों में पानी भर गया है और नदी-नाले उफान पर हैं। कुछ जगहों पर मकानों और स्कूल भवनों में भी पानी घुसने की आशंका है। ऐसी स्थिति में बच्चों की सुरक्षा सर्वोपरि है। अगर स्कूल का कोई कमरा जर्जर है या उसमें खतरा महसूस हो रहा है तो न तो शिक्षक उसमें जाएं और न ही बच्चों को वहां बैठने दें। ऐसे कमरों को लाल निशान लगाकर ताला लगाकर सील कर देना चाहिए।

उन्होंने आगे कहा कि जहां स्कूल छोटे हैं या हालात ठीक नहीं हैं, वहां शिक्षक स्वयं छुट्टी का निर्णय ले सकते हैं। इसके लिए उन्हें केवल सक्षम अधिकारी को सूचना देनी होगी। सरकार ने सभी जिला कलेक्टरों को भी भारी बारिश और बाढ़ के हालात को देखते हुए स्कूलों में छुट्टी घोषित करने की शक्तियां प्रदान की हैं। कई जिलों में कलेक्टरों ने इस अधिकार का उपयोग कर स्कूलों में छुट्टी की घोषणा भी कर दी है।

यहां देखें वीडियो-


मदन दिलावर ने कहा कि छुट्टी के बाद भी सावधानी बरतना जरूरी है। बारिश थमने के बाद जब बच्चे स्कूल लौटें, तब भी जर्जर भवनों में उनकी एंट्री न हो। यदि स्कूल भवन बारिश के बाद भी असुरक्षित है तो बच्चों के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की जाए। शिक्षा विभाग की गाइडलाइंस के अनुसार, ऐसी स्थिति में बच्चों की पढ़ाई बाधित न हो, इसके लिए उचित कदम उठाए जाएं।

मरम्मत के लिए 169 करोड़ रुपये मंजूर

मंत्री दिलावर ने बताया कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने जर्जर स्कूलों की मरम्मत के लिए विशेष ध्यान दिया है। सरकार ने राज्य के 1936 सरकारी स्कूलों की मरम्मत के लिए 169 करोड़ रुपये से अधिक की राशि स्वीकृत की है। दिलावर ने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देश हैं कि कोई भी स्कूल जर्जर हालत में न रहे। हमारा लक्ष्य है कि हर बच्चे को सुरक्षित और व्यवस्थित शैक्षणिक वातावरण मिले। आने वाले समय में राजस्थान का कोई भी स्कूल जर्जर नहीं होगा।

छुट्टी का फैसला ले सकते शिक्षक- दिलावर

गौरतलब है कि इस मानसून में पहली बार शिक्षकों को इतनी स्वतंत्रता दी गई है कि वे स्कूल की स्थिति के आधार पर छुट्टी का फैसला ले सकते हैं। शिक्षा मंत्री ने कहा कि सरकार का प्रयास है कि प्रदेश के सभी स्कूल व्यवस्थित हों, ताकि न तो बच्चों को और न ही शिक्षकों को किसी तरह की परेशानी का सामना करना पड़े।