
जयपुर। स्मार्ट सिटी के तहत शहर के दो बाजारों को स्मार्ट बाजार बनाया गया। इसके लिए करोड़ों रुपए खर्च कर यहां विकास कार्य करवाए गए, लेकिन स्मार्ट बाजार अफसरों की अनदेखी के चलते अतिक्रमण और कचरा—गंदगी की भेंट चढ़ते जा रहे है।
पिछले दिनों सांसद रामचरण बोहरा ने बाजार का दौरा कर अधिकारियों को व्यवस्थाएं सुधारने के निर्देश दिए, लेकिन स्मार्ट सिटी के असफसरों ने नगर निगम और जयपुर डिस्कॉम के अलावा पुरातत्व विभाग के काम बता पल्ला झाड़ लिया। इनमें कई काम ऐसे है, जिनके लिए स्मार्ट बाजार बनाने के दौरान लाखों रुपए खर्च किए गए। इसमें बरामदों में बिजली व टेलीफोन के तारों को व्यवस्थित करना और लाइटों को ठीक करवाना जैसे काम को जयपुर डिस्कॉम को बता इतिश्री कर ली है। बाजारों में अतिक्रमण हटवाना, अवैध बैनर—पोस्टर हटवाना, टूटे हुए पोल को ठीक करवाना, किशनपोल बाजार में फसाड़ लाइटों को ठीक करवाने जैसे काम हेरिटेज नगर निगम के बता दो टूक जवाब दे दिया। वहीं राजस्थान स्कूल आॅफ आर्ट परिसर में फव्वारे रिपेयर करवाना, बैलगाड़ी पर दीमक रोधी कैमिकल लगवाने जैसे काम पुरातत्व विभाग के बताए गए है।
स्मार्ट सिटी का दौरा करने गए सांसद को दिखी गंदगी
जयपुर सांसद ने गत 6 जनवरी को स्मार्ट सिटी मिशन के तहत चल रहे प्रोजेक्ट्स की ग्राउण्ड स्थिति देखी थी, तब सांसद रामचरण बोहरा ने चारदीवारी में स्मार्ट बाजार किशनपोल और चांदपोल का दौरा कर पाई गई खामियों को दूर करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए थे।
ये मिली थी समस्याएं
— अजमेरी गेट के एंट्री पोइंट पर खराब पड़े फाउंटेन और गंदगी मिली
— किशनपोल बाजार में स्मार्ट रोड की स्थिति खराब, साइकिल और रिक्शा चालकों के लिए बनाए ट्रेक पर हो रही सामान्य गाड़ियों की पार्किंग
— कोबल स्टॉन के पाथ-वे भी जगह-जगह टूटे मिले और उन पर अतिक्रमण मिला
— बाजार में कनेक्ट अनदरूनी गलियों में कुछ जगह ओपन कचरा डिपो मिले
Published on:
17 Jan 2023 02:41 pm
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