उन्होंने कहा, गरीबों, महिलाओं एवं युवाओं को गारंटी कार्ड बांट कर राहत, बचत पहुँचाने के दावे करने वाली राजस्थान कांग्रेस सरकार, नन्हें नौनिहालों के निःशुल्क पोषाहार की कालाबाज़ारी रोकने तक की गारंटी नहीं ले सकती।
आगे उन्हों ने कहा, जालोर के आंगनबाड़ी केंद्रों पर निशुल्क वितरण के लिए आए पोषाहार की कालाबाजारी अत्यंत निंदनीय है। प्रशासन उक्त मामले की तह तक जांच करें, इसमें लिप्त हर व्यक्ति पर कड़ी कार्रवाई करे और मामले पर लीपा-पोती करने की कोशिश न करे।
बता दें कि जालोर जिले के रानीवाड़ा उपखंड मुख्यालय पर मासूम बच्चों को पोषण प्रदान करने के लिए आंगनबाड़ी केंद्रों पर वितरित किए जाने वाले पोषाहार में बड़ा घपला सामने आया है। यहां आंगनबाड़ियों की बजाय कबाड़खाने ले जाकर रिपैकेजिंग कर कालाबाजारी करने के प्रयास में पुलिस ने 31 टन पोषाहार जब्त कर दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस कार्रवाई में विभाग की बड़ी पोल खुल गई है।
पुलिस थाना रानीवाड़ा की ओर से राजस्थान सरकार समेकित बाल विकास सेवाएं द्वारा आंगनबाड़ी केंद्रों पर निःशुल्क वितरण किये जाने वाले पोषाहर का अवैध रूप से भण्डारण कर कम्पनी के पैकेट्स को खोलकर अवैध रूप से अन्य कट्टों में भरकर मार्केट में बेचने की तैयारी करने के आरोप में पोषाहार की समस्त सामग्री वजन 31377।75 किलोग्राम (31 टन) जब्त कर दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है।