14 जुलाई 2025,

सोमवार

Patrika LogoSwitch to English
मेरी खबर

मेरी खबर

शॉर्ट्स

शॉर्ट्स

ई-पेपर

ई-पेपर

पेपर लीक मामले में मोस्ट वांटेड ‘ढाका’ सहित तीन गिरफ्तार, अब जाल में फंसेंगी बड़ी मछलियां?

Rajasthan Paper Leak: पेपर लीक मामले में राजस्थान पुलिस ने मोस्ट वांटेड ढाका सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। ऐसे में तीनों आरोपियों से कई बड़े खुलासे होने की उम्मीद जताई जा रही है।

उप निरीक्षक भर्ती पेपर लीक मामले में मोस्ट वांटेड ओमप्रकाश ढाका, सरकारी स्कूल की शिक्षिका सम्मी उर्फ छम्मी व सुनील कुमार बेनीवाल को हैदराबाद व उत्तर प्रदेश से पकड़ा गया है। जोधपुर रेंज आइजी विकास कुमार की टीम को यह बड़ी सफलता मिली। आरोपी ओमप्रकाश पर 75 हजार रुपए, शिक्षिका छम्मी पर 70 हजार रुपए और सुनील पर 25 हजार का इनाम भी घोषित था।

आरोपी ओमप्रकाश व सुनील को हैदराबाद से पकड़ा है। मंगलवार रात को फ्लाइट से उन्हें जयपुर लाया गया । वहीं आरोपी छम्मी को उत्तर प्रदेश से पकड़ा गया है। पूछताछ के बाद तीनों आरोपियों से कई बड़े खुलासे होने की उम्मीद है। जोधपुर रेंज आइजी विकास कुमार तीनों आरोपियों को बुधवार को जयपुर में एसओजी के सुपुर्द करेंगे।

मास्टर माइंड जगदीश बिश्नोई गैंग का सदस्य

करेवी निवासी ओमप्रकाश ढाका सरनाऊ प्रधान शायन्ती देवी का पुत्र है। वह उदयपुर में द्वितीय ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मामले में भी आरोपी था। आरोपी छम्मी सांचौर के चितलवाना निवासी गणपत राम बिश्नोई की पत्नी है। जबकि सुनील वीरवा निवासी है और वह पेपर लीक के मास्टर माइंड जगदीश बिश्नोई गैंग का खास सदस्य है। दोनों आरोपियों को हैदराबाद से हिरासत में लिए जाने की जानकारी सामने आई है।

हालांकि एसओजी दोनों आरोपियों को जयपुर लाने के बाद इस मामले का खुलासा करेगी। एसओजी की टीमें लंबे समय से फरार दोनों आरोपियों की तलाश में जुटी थी। दोनों आरोपियों से पूछताछ के बाद पेपर लीक मामले में कई और नाम सामने आ सकते हैं।

पुलिस जिंदाबाद के नारे लगाए

पुलिस पेपर लीक मामले में छम्मी को सड़क मार्ग से सीधे जयपुर एयरपोर्ट लाया गया। यहां पर उसे एक कार में बैठाए रखा। रात दस बजे हैदराबाद से आई फ्लाइट में दोनों आरोपियों को एयरपोर्ट के बाहर लाया गया। एयरपोर्ट पर बाहर आने के बाद पुलिसकर्मियों ने पुलिस जिंदाबाद के नारे भी लगाए।

यह भी पढ़ें : Rajasthan By Election: पिछले 10 साल में BJP पर भारी रही कांग्रेस, इस बार भाजपा लगा पाएगी जीत का पंजा?