
माणक चौक थाना पुलिस ने फर्जी पुलिसकर्मी बनकर ठगी करने वाली ईरानी गैंग के तीन सदस्यों को 500 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालने के बाद लखनऊ से पकड़ा। पुलिस ने गैंग के सदस्यों को वारदात के लिए जयपुर लाने वाले एक टैक्सी चालक को भी गिरफ्तार किया। डीसीपी राशि डोगरा डूडी ने बताया कि गैंग ने पांच माह में जौहरी बाजार में ही चार ठगी की वारदात को अंजाम दिया।
उन्होंने बताया कि भोपाल के निशादपुरा स्थित ईरानी बस्ती निवासी शेख मुख्तार उमर उर्फ मुख्तार हसन, मोहम्मद अली, जुल्फीकार उर्फ जावेद को गिरफ्तार किया। आरोपियों के ईरानी बस्ती निवासी साथी मोहम्मद बाकर उर्फ शोकत की तलाश जारी है। आरोपियों को वारदात के लिए लेकर जाने वाले उत्तर प्रदेश निवासी टैक्सी चालक जितेन्द्र कुमार शर्मा को भी गिरफ्तार किया। डीसीपी राशि ने बताया कि 9 मार्च को संचित बागड़ा ने माणक चौक थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई।
परिवादी ने बताया कि 8 मार्च को दुकान बंद कर बैग में दो पीस डायमंड व 50 हजार रुपए लेकर घर के लिए निकला था। परतानियों का रास्ता में चार लोगों ने रुकवा लिया और खुद को पुलिस में होना बताया। आरोपियों ने बातों में उलझाकर व परिवादी की नजर से बचते हुए बैग में रखे दोनों डायमंड व 50 हजार रुपए निकाल ले गए।
500 कैमरों की फुटेज देखी, भोपाल में रहने का पता चला
डीसीपी राशि ने बताया कि आरोपियों की तलाश के लिए थानाधिकारी गुरभूपेन्द्र सिंह के नेतृत्व में एएसआई प्रद्युमन, कांस्टेबल छीतरमल, प्रधान, विजय, विजय सिंह व गिरधर सिंह की टीम बनाई। आरोपियों पर 2 अप्रेल को 25-25 हजार रुपए का इनाम घोषित किया गया। गैंग के सदस्य 16 मई को जयपुर आकर पार्सल का काम करने वाले द्वारका प्रसाद शर्मा को सीबीआई अधिकारी बनकर रोक लिया।
द्वारका प्रसाद की नजर से बचते हुए एक पार्सल पार कर ले गए। करीब 500 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली, तब आरोपियों के आगरा रोड की तरफ जाने का पता चला,। तब एक पुलिस टीम आगरा भेजी। वहां सीसीटीवी कैमरों की फुटेज व मुखबिर से पता चला कि गैंग के सदस्य लखनऊ पहुंच गए हैं। तब पुलिस टीम लखनऊ पहुंची। लखनऊ में भी सीसीटीवी कैमरों की मदद और मुखबिर की सूचना पर लुलु मॉल के पास से आरोपियों को पकड़ा गया।
Updated on:
24 May 2024 09:47 pm
Published on:
24 May 2024 09:46 pm
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