
पत्रिका न्यूज नेटवर्क/जयपुर। Bisalpur Dam: मानसून की बेरुखी इस बार शहर की आबादी की लाइफ लाइन बन चुके बीसलपुर बांध पर भारी पड़ती दिख रही है। पिछले वर्ष मानसून में 71 दिन बाद बांध ओवर फ्लो हो गया था वहीं इस बार प्रतिदिन बांध से एक सेंटीमीटर पानी कम हो रहा है। इस कारण अगले माह से शुरू होने वाले पृथ्वीराज नगर और लक्ष्मण डूंगरी प्रोजेक्ट के लिए शुभ संकेत नहीं हैं। इंजीनियरों का कहना है बांध में अगर पानी की पर्याप्त आवक नहीं होती है तो दो प्रोजेक्ट के अलावा अन्य प्रोजेक्ट पर भी संकट आएगा।
शहर में 30 फीसदी आबादी झेल रही परेशानी: शहर के लिए अभी बीसलपुर बांध से 500 एमएलडी पानी प्रतिदिन सप्लाई किया जा रहा है । इसके बाद भी शहर के भीतर और बाहरी क्षेत्रों में बसी 30 प्रतिशत से ज्यादा आबादी किल्लत झेल रही है। मौजूदा सिस्टम से अगर दोनों प्रोजेक्ट को सप्लाई किया जाता है तो शहर में पानी की किल्लत और बढे़गी।
मंत्री का दावा- नहीं होगी किल्लत: जलदाय मंत्री महेश जोशी ने कहा कि लक्ष्मण डूंगरी और पृथ्वीराज नगर प्रोजेक्ट शहर के लिए अहम हैं। इनके लिए पानी की किल्लत नहीं आने देंगे। बीसलपुर से जयपुर तक एक अतिरिक्त लाइन बिछाने का प्रस्ताव वित्त विभाग को भेजा गया है। उम्मीद कर रहे हैं कि मानसून फिर से सक्रिय हो और बीसलपुर बांध लबालब होगा।
नए प्रोजेक्ट के लिए पानी का गणित
बीसलपुर-पृथ्वीराज नगर 45 एमएलडी
बीसलपुर-लक्ष्मण डूंगरी 20 एमएलडी
जगतपुरा फेज-2 20 एमएलडी
खो नागोरियान 20 एमएलडी
रोजाना 65 एमएलडी पानी की जरूरत: बीसलपुर प्रोजेक्ट के इंजीनियरों के अनुसार पृथ्वीराज नगर फेज-प्रथम से ढाई लाख और लक्ष्मण डूंगरी प्रोजेक्ट से एक लाख से ज्यादा की आबादी लाभान्वित होगी। दोनों प्रोजेक्ट के लिए बीसलपुर बांध से प्रतिदिन 65 एमएलडी से ज्यादा अतिरिक्त पानी की जरूरत होगी। साथ ही जगतपुरा फेज-2 और खो नागोरियान पेयजल प्रोजेक्ट के लिए भी बांध में पानी की कमी से दिक्कत आ सकती है।
Updated on:
31 Aug 2023 12:32 pm
Published on:
31 Aug 2023 12:29 pm
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