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वापस लौटकर भी उम्मीदें तोड़ रहा मानसून…

मानसून की सुस्ती से कई जिलों में छाई मायूसी, 4-5 जिलों में सक्रिय रहा मानसून, दिन में पारा 41 डिग्री पार, गर्मी के तीखे तेवर, 20 जिलों में आज बारिश के आसार, दो जिलों में भारी बारिश का अलर्ट

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Temperature will increase in these districts of Chhattisgarh

प्रदेश के इन जिलों में बढ़ेगा तापमान

जयपुर। हिमालय तराई क्षेत्र से वापस लौटा मानसून फिलहाल प्रदेश के 4-5 जिलों तक ही सीमित रहा है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार मौसम का बर्ताव नहीं होने पर फिर पारे में बढ़ोतरी और गर्मी के तेवर तीखे बने हुए हैं। हालांकि कुछ जिलों में अगले 24 घंटे में कम वायुदाब क्षेत्र बन रहा है और अगले 24 घंटे में 20 जिलों में हल्की से मध्यम और दो जिलों में भारी बरसात होने की संभावना मौसम विभाग ने जताई है।

दो जिलों में भारी बारिश का अलर्ट
मौसम केंद्र के अनुसार बारां और बांसवाड़ा जिले में आज भारी बारिश होने की संभावना है।
दूसरी तरफ 20 जिलों में मेघगर्जन के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने का पूर्वानुमान है। बारिश का दौर अगले दो तीन दिन सक्रिय रहेगा और उसके बाद मौसम शुष्क रहने और दिन व रात के तापमान में बढ़ोतरी होने की आशंका है। बीते 24 घंटे में बांसवाड़ा में सर्वाधिक एक इंच से ज्यादा बारिश दर्ज की गई।

दिन में तीखी धूप, उमस से लोग बेहाल
प्रदेश में मानसून की सुस्ती के चलते दिन के तापमान में फिर से बढ़ोतरी हुई है। पिछले 24 घंटे में जैसलमेर में 41.7, फलोदी में सर्वाधिक 41.4 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान रहा।
बाड़मेर, बीकानेर में भी दिन में पारा 41 डिग्री तक जा पहुंचा। दिन में आसमान से अंगारे बरस रहे हैं तो सूर्यास्त के बाद उमस से लोग बेहाल हैं। जयपुर में भी अधिकतम तापमान में पारा 2.2 डिग्री बढ़कर 35.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। विंड पैटर्न में बदलाव होने पर रात के तापमान में आंशिक गिरावट दर्ज की गई।

बीसलपुर बांध के वाटर गेज का मीटर डाउन
जयपुर, अजमेर और टोंक जिले के मुख्य पेयजल स्त्रोत बीसलपुर डेम का वाटरगेज दिनोंदिन घटता जा रहा है। बांध का जलस्तर रोजाना एक सेंटीमीटर कम हो रहा है। बांध से रोजाना जयपुर, अजमेर और टोंक जिले को करोड़ों लीटर जलापूर्ति होती है। इसके अलावा दिन में तीखी धूप से वाष्पीकरण शुरू होने पर बांध के जलस्तर में कमी आने लगी है। अंतिम चरण में भी मानसून की सुस्ती के कारण इस साल बीसलपुर बांध छलकने की संभावना अब लगभग खत्म हो चुकी है। आज बांध का जलस्तर 313.78 आरएल मीटर दर्ज किया गया है।