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तबादलों के लिए करना होगा अभी और इंतजार

वरिष्ठ शिक्षक और थर्ड ग्रेड शिक्षक कर रहे तबादले की मांग

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जयपुर

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Rakhi Hajela

Jun 26, 2021

तबादलों के लिए करना होगा अभी और इंतजार

तबादलों के लिए करना होगा अभी और इंतजार



जयपुर, 26 जून
कोविड का प्रकोप कम होते ही एक बार फिर शिक्षकों ने तबादले की मांग शुरू कर दी है। कोविड की दूसरी लहर से पहले शिक्षा विभाग ने प्रथम श्रेणी के ही तबादले किए थे और अब वरिष्ठ शिक्षकों, तृतीय श्रेणी शिक्षकों और डार्क जोन में लगे शिक्षकों ने भी तबादलों किए जाने की मांग करनी शुरू कर दी है।
ट्विटर पर चला रहे कैम्पेन
पिछले दो साल से तबादलों का इंतजार कर रहे तृतीय श्रेणी शिक्षक अब ट्विटर पर कैम्पेन चला रहे हैं। उनका कहना है कि वह लगातार जनप्रतिनिधियों के चक्कर लगा रहे हैं, मंत्रियों से मिल रहे हैं, विधायकों को ज्ञापन दे रहे हैं, लेकिन अब तक सरकार ने तबादला प्रक्रिया शुरू नहीं की है। गौरतलब है कि प्रदेश में 2 लाख 16 हजार 889 थर्ड ग्रेड शिक्षक कार्यरत हैं। डार्क जोन में पदस्थापित थर्ड ग्रेड शिक्षकों की संख्या 72119 है। डार्क जोन का मतलब प्रतिबंधित जिले हैं, जहां सामान्य दिनों में तबादले नहीं होते। गौरतलब है कि वसुंधरा राजे की भाजपा सरकार में थर्ड ग्रेड टीचर के तबादलों पर बैन लगा दिया था और तब से तबादले का ताला खुलने का नाम नहीं ले रहा है। इनमें भी सबसे बड़ा विवाद प्रतिबंधित जिलों को लेकर ही है। जहां ज्वॉइन करने के बाद तबादला होना बहुत मुश्किल माना जाता है। वहीं वरिष्ठ शिक्षकों से दो बार तबादलों के लिए आवेदन मांगें जा चुके हैं लेकिन तबादले नहीं हुए, जिससे शिक्षकों में आक्रोश है।
महासंघ ने की तृतीय श्रेणी अध्यापक भर्ती 2018 के स्थायीकरण की मांग
राजस्थान एकीकृत शिक्षक महासंघ ने शिक्षामंत्री को ज्ञापन भेजकर तृतीय श्रेणी अध्यापक भर्ती 2018 के स्थायीकरण की मांग की है। महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष हरपाल दादरवाल ने कहा कि तृतीय श्रेणी भर्ती 2018 में पदस्थापित शिक्षकों का परिवीक्षा काल पूरा हुए महीनों बीत गए हैं लेकिन कुछ जिलों को छोड़कर जिला परिषद् द्वारा अनुमोदित सूचियों के आधार पर शिक्षकों वेतन नियमितीकरण व सेवा स्थायीकरण के आदेश नहीं हो पाए हैं। महासंघ के प्रदेश मीडिया प्रभारी सुनील मेहरा और महासंघ के प्रदेश उपाध्यक्ष धर्मपाल स्वामी ने बताया कि काफी लंबे समय से परिवीक्षा काल पूरा होने के बाद स्थायीकरण नही होने के कारण हजारों शिक्षक मानसिक व आर्थिक रूप से अपने आप को ठगा सा महसूस कर रहे हैं।
शिक्षामंत्री बोले, सीएम करेंगे फैसला
वहीं शिक्षक तबादलों को लेकर शिक्षामंत्री गोविंद सिंह डोटासरा का कहना है कि अभी कोविड का प्रकोप कम नहीं हुआ है ऐसे में शिक्षकों की जान जोखिम में ना डाली जा सकती इसलिए अभी तबादलों को लेकर कोई फैसला नहीं लिया गा है। तबादला खोलने का निर्णय मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को करना है। जब भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ट्रांसफर पर फैसला लेंगे उसके बाद ट्रांसफर खोले जाएंगे।
फैक्ट फाइल
प्रदेश में 65000 सरकारी स्कूल
इनमें 2 लाख 16 हजार 889 थर्ड ग्रेड शिक्षक पढ़ा रहे हैं
खाली पदों की संख्या 40258
डार्क जोन में पोस्टेड थर्ड ग्रेड शिक्षकों की संख्या 72119
डार्क जोन का मतलब प्रतिबंधित जिले हैं, जहां सामान्य दिनों में तबादले नहीं होते
पिछले 11 साल में महज दो बार 2010 और 2018 में थर्ड ग्रेड तबादले हुए