सूरत बदली, अब सीरत बदलने का इंतजार- सीमांत जिले के करीब थानों के मुखिया बदले
जैसलमेर. भौगोलिक दृष्टिकोण से सबसे दुर्गम क्षेत्रों में से एक जैसलमेर जिले में पुलिस का चेहरा लगभग बदल गया है। जिले के पुलिस सिस्टम में बदलाव की मुहिम के अंतर्गत जिला पुलिस अधीक्षक विकास सांगवान ने एक साथ 9 निरीक्षकों और 20 उपनिरीक्षकों के तबादले कर लगभग सभी थानों के मुखियाओं को बदल दिया है। इसके तहत जिले के 8 थानों की बागडोर अब निरीक्षक स्तर के अधिकारियों के हाथ में है। निरीक्षक स्तर के अधिकारियों की कमी के चलते अब भी 6 थानों की कमान उपनिरीक्षक संभालेंगे। अपने पूर्ववर्ती के कार्यकाल में पुलिस की बिगड़ी सीरत को सुधारने का दारोमदार नए पुलिस अधीक्षक पर है और सूरत बदलने की कवायद किए जाने के बाद जिलावासियों की नजरें सीरत में परिवर्तन की तरफ रहेगी। हालांकि जिले में कुछ बड़ी वारदातों का समय पर खुलासा करने के साथ जिला मुख्यालय पर यातायात व्यवस्था को पहले के मुकाबले पटरी पर लाने में सांगवान की कप्तानी में सफलता मिली है। वैसे अब भी निश्चित तौर पर लम्बा सफर तय किया जाना बाकी है। आने वाले दिनों में विभिन्न थानों में विगत वर्षों से जमे एएसआई, हैड कांस्टेबल और कांस्टेबलों को भी बदले जाने की संभावना है। जिससे पूरा सिस्टम एक तरह से रिफ्रेश हो जाएगा।
विश्नोई को कोतवाली, प्रेमाराम को सदर थाना
पुलिस अधीक्षक की तरफ से जारी आदेश में 9 निरीक्षकों के तबादलों के बाद अब सत्यप्रकाश विश्नोई जैसलमेर शहर कोतवाली और प्रेमाराम सदर थानाधिकारी होंगे। इसी तरह से दिनेश लखावत को पोकरण, अवधेश सांदू महिला थाना, माणकराम सांगड़, गिरधरसिंह फलसूंड, मुक्ता पारीक रामगढ़ व सुमेर सिंह मोहनगढ़ थानाधिकारी बनाए गए हैं। गंगाराम को संचित निरीक्षक पुलिस लाइन के पद पर भेजा गया है। इसी तरह से 20 उपनिरीक्षकों के स्थानांतरण कर इधर-उधर किया गया है। इनमें से 6 जनों को थाना की कमान सौंपी गई है। रामदेवरा थाना के लिए खम्माराम, ऊर्जा राम को सम, ललित किशोर भणियाणा, बगड़ाराम को नोख, महेश कुमार को खुहड़ी और मनोज सामरिया को लाठी थानाधिकारी लगाया गया है। जबकि मोहनगढ़ थाना के एसआई पुखाराम, गांधी कॉलोनी चौकी के केवलदास और नोख थाना के पवन कुमार को पुलिस लाइन भेजा गया है। एसआई निरमा महिला थाना, सुजानाराम सदर, बगड़ूराम हॉस्पिटल चौकी, नारायण सिंह सदर, इमरान खान मोहनगढ़, सरोज साइबर, मनीष सोनी पोकरण, भैरूसिंह रामगढ़, गंगाप्रसाद साइबर, बाबूराम गांधी कॉलोनी चौकी और जेठाराम को कोतवाली में लगाया गया है।
पुलिस के सामने ये चुनौतियां
- जिले में शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में चोरी की वारदातों पर प्रभावी अंकुश लगाने की दिशा में उठाने होंगे कदम।
- जैसलमेर शहर सहित अन्य इलाकों में चार पहिया व दुपहिया वाहनों की चोरी एक बड़ी समस्या बनी हुई है। पूर्व में हुई दुपहिया चोरी की वारदातों में से अधिकांश का खुलासा नहीं हो पाया है।
- जैसलमेर में हनुमान चौराहा सहित कुछ क्षेत्रों में यातायात व्यवस्था सुचारू हुई है लेकिन अब भी इस दिशा में बहुत कुछ किया जाना बाकी है। विशेषकर ओवरलोड तथा ओवरक्राउड वाहनों का संचालन अब भी धड़ल्ले से किया जाता है।
- जैसलमेर में नए पार्किंग स्थलों के चिन्हीकरण की दिशा में भी कदम उठाए जाने की दरकार है। पुलिस को नगरपरिषद के साथ मिलकर इस संबंध में कार्रवाई करनी होगी।
- रात 8 बजे के बाद शराब की बिक्री पर सख्ती से रोक लगाने व सार्वजनिक क्षेत्रों पर शराबखोरी करने वालों के खिलाफ अभियान चलाने की दरकार है।
- आगामी विधानसभा चुनाव से पहले शराब की तस्करी की वारदातों में एकदम से उछाल आने की पूरी आशंका है। पुलिस को प्रभावी गश्त व्यवस्था करनी होगी।
- जैसलमेर में तेज गति से दुपहिया वाहन चलाने वाले मनचलों से लेकर मुख्य बाजारों में बेतरतीब खड़े वाहनों व दुकानों के आगे सामान रखकर रास्तों को संकरा करने की प्रवृत्ति पर अंकुश लगाने की चुनौती पुलिस के सामने है।
चुस्त पुलिसिंग मुख्य ध्येय
जैसलमेर जिले में लम्बे समय से एक ही स्थान पर जमे अधिकारियों को बदला गया है। आने वाले दिनों में निचले स्तर के कार्मिकों को भी इधर-उधर किया जाएगा। आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर और पुलिसिंग को और चुस्त बनाने के उद्देश्य से जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं।
- विकास सांगवान, जिला पुलिस अधीक्षक, जैसलमेर