स्वर्णनगरी की अम्बेडकर कॉलोनी और उससे लगते सूली डूंगर आवासीय क्षेत्र में समस्याओं का अम्बार नजर आता है। साफ-सफाई व्यवस्था तो इस पूरे इलाके में मानो पटरी से उतर गई है।
स्वर्णनगरी की अम्बेडकर कॉलोनी और उससे लगते सूली डूंगर आवासीय क्षेत्र में समस्याओं का अम्बार नजर आता है। साफ-सफाई व्यवस्था तो इस पूरे इलाके में मानो पटरी से उतर गई है। नालियों में गंदला पानी भरा रहता है, जिससे पूरा वातावरण दुर्गंधमय हुआ रहता है। स्वच्छंद घूमते गोवंश के कारण गंदगी में और इजाफा हो रहा व उनके यहां-वहां मंडराते रहने से वाहनों की आवाजाही तक में असुविधाएं पेश आती हैं। शहर के वार्ड नं. 28 में आने वाली इस कॉलोनी, सूली डूंगर और बुनकर बस्ती की समस्याएं लगभग एक समान ही हैं। इस क्षेत्र में करीब 650 घरों की आबादी है और शहर के एकदम मध्य में होने के बावजूद यहां बसने वाले लोगों की समस्याओं के समाधान को लेकर नगरपरिषद, विद्युत निगम, जलदाय महकमा आदि गम्भीर नहीं है। यह इलाका जैसलमेर शहर में रियासतकाल से आबाद है, इसके बावजूद यहां जन सुविधाओं की स्थिति किसी कच्ची बस्ती जैसी ही बनी हुई है।
हमारी कॉलोनी में रात्रि प्रकाश व्यवस्था कभी नियमित नहीं रहती। सप्ताह में कम से कम 4 रातों में सडक़ें व गलियां अंधेरे में रहती हैं।
इस वार्ड में बिजली के कई खम्भे एकदम जर्जर अवस्था में हैं। जिससे तार भी झूलते रहते हैं और हर समय हादसा होने का खतरा रहता है। साथ ही नियमित साफ-सफाई व्यवस्था का अभाव बना हुआ है।
वार्ड नं. 28 का पूरा क्षेत्र टूटी-फूटी हुई नालियों के कारण गंदगी से अटा नजर आता है। सफाईकर्मी उनकी समय पर सफाई नहीं करते और कभी गंदगी निकालते हैं तो उसे समय पर उठाते नहीं हैं।