- विद्यालय आवंटन और पदस्थापन होगा निर्धारित
जैसलमेर. प्राथमिक विद्यालय अध्यापक भर्ती-2022 के तहत गैर अनुसूचित क्षेत्र एवं अनुसूचित क्षेत्र में अध्यापक लेवल - 1 के 313 सफल अभ्यर्थियों को विद्यालय आवंटन के लिए जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक कार्यालय की ओर से काउंसलिंग गुरुवार से शुरू कर दी गई है। पंचायत समिति जैसलमेर के सभागार में शुरू हुए काउंसलिंग कार्यक्रम में पहुंचे अभ्यर्थियों के चेहरों पर अलग ही चमक नजर आई। राजकीय सेवा में शामिल होने का सपना पूरा होने की खुशी उनकी आंखों में भी साफ दिखाई दे रही थी। इसके लिए सुबह 8.30 से 10 बजे तक पंजीयन कार्य किया गया और 10 से सायं 6 बजे तक काउंसलिंग की गई। गुरुवार को अध्यापक लेवल-1 विशेष शिक्षा के 23 व सामान्य शिक्षा के 99 अभ्यर्थियों यानी कुल 122 की काउंसलिग मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी एवं जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक जैसलमेर की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। इसमें काउसलिंग प्रभारी जितेंद्र सिंह के साथ सहयोगी नटवर व्यास, भर्ती लिपिक महेंद्रसिंह पंवार, आईदानसिंह राठौड़ व तकनीकी विशेषज्ञ मोहित थानवी ने सहयोग दिया। शेष अभ्यर्थियों की काउंसलिंग शुक्रवार को की जाएगी। गौरतलब है कि इन पदों पर पदस्थापन के बाद जिले में तृतीय श्रेणी के शिक्षकों की रिक्तियां लगभग दूर हो जाएगी और गांव-ढाणियों तक में स्थापित विद्यालयों को प्राथमिक शिक्षा के लिए शिक्षक मिल सकेंगे। जैसलमेर के साथ ही प्रदेश के कोने-कोने से सफल अभ्यर्थी सरकारी नौकरी की हसरत को सीमांत जैसलमेर जिले में पूरा करने पहुंचे हैं। महिला अभ्यर्थियों के साथ उनके परिवार के पुरुष सदस्य सहयोगी के तौर पर यहां आए हैं।
इन शिक्षकों की काउंसलिंग हुई
गुरुवार को पहले दिन लेवल-1 विशेष शिक्षक एमआर, एचआइ और वीआइ के साथ अध्यापक (सामान्य शिक्षा), सभी दिव्यांग पुरुष और महिला अभ्यर्थी, भूतपूर्व सैनिक अध्यापक (सामान्य शिक्षा) के साथ सभी महिला अभ्यॢथयों की काउंसलिंग की गई। इसी तरह से शुक्रवार को अध्यापक (सामान्य शिक्षा) लेवल-1 के सभी पुरुष अभ्यर्थियों और शनिवार को अध्यापक लेवल-2 (हिंदी) सामान्य और विशेष शिक्षा के सभी अभ्यर्थियों का काउंसलिंग का कार्य किया जाएगा।
ग्रामीण क्षेत्रों में कोई पद रिक्त नहीं रहेगा
तृतीय श्रेणी के कुल 313 शिक्षकों का पदस्थापन होने के बाद सीमावर्ती जैसलमेर जिले में अब ग्रामीण क्षेत्रों में एक भी प्राथमिक या उच्च प्राथमिक सरकारी विद्यालय में शिक्षक का पद रिक्त नहीं रह जाएगा। जानकारी के अनुसार इस आंकड़े में जैसलमेर नगरपरिषद और पोकरण नगरपालिका क्षेत्र की राजकीय स्कूलें शामिल नहीं हैं। शैक्षिक दृष्टि से पिछड़े जैसलमेर के लिए यह बड़ी उपलब्धि होगी। हालांकि माध्यमिक शिक्षा विशेषकर व्याख्याताओं के रिक्त पदों की समस्या का समाधान अभी किया जाना बाकी है।