
Rajasthan election 2023 जैसलमेर जिले में 1952 के पहले चुनाव से लेकर 2018 तक 15 विधानसभा चुनावों का लेखा-जोखा किया जाए तो 2008 में निर्वाचन क्षेत्रों के परिसीमन से अस्तित्व में आए पोकरण क्षेत्र के विधायक और वर्तमान केबिनेट मंत्री शाले मोहम्मद के नाम एक अनोखा रिकॉर्ड दर्ज है। शाले मोहम्मद के नाम जिले के विधानसभा चुनावों के इतिहास की सबसे बड़ी पराजय और सबसे छोटी विजय का रिकॉर्ड है। कांग्रेस शाले मोहम्मद वर्ष 2013 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के शैतानसिंह राठौड़ से 34444 मतों के विशाल अंतर से पराजित हुए थे। उस समय शैतानसिंह को 85,010 मत मिले थे, जबकि शाले मोहम्मद के हिस्से 50,566 वोट ही आए। इससे पूर्व वर्ष 2008 के पोकरण विधानसभा के पहले चुनाव में कांग्रेस के शाले मोहम्मद ने भाजपा के ही शैतानसिंह को बेहद करीबी मुकाबले में 339 मतों से परास्त किया था। उस समय शाले मोहम्मद को 42756 और शैतानसिंह 42417 मत मिले थे। वर्ष 2018 के चुनाव में भी शाले मोहम्मद ने भाजपा के महंत प्रतापपुरी को नजदीकी मुकाबले में 872 मतों से हराया था। यह भी जिले के विधानसभा चुनावी इतिहास की दूसरी सबसे छोटी विजय है।
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15 विधानसभा चुनावों में 3 बार निर्दलीय भी चुने गए विधायक
जैसलमेर विधानसभा क्षेत्र में अब तक सात बार भाजपा, चार बार कांग्रेस, एक बार जनता दल, तीन बार निर्दलीय व एक बार स्वतंत्र पार्टी के उम्मीदवार ने चुनाव में जीत का परचम लहराया। साल 2008 में जिले के दूसरे विधानसभा क्षेत्र के तौर पर पोकरण अस्तित्व में आया। यहां पहली बार कांग्रेस के सालेह मोहम्मद तो 2013 के चुनाव में भाजपा के शैतानसिंह राठौड़ ने जीत का स्वाद चखा। तीसरी बार फिर कांग्रेस के शाले मोहम्मद जीते।
Updated on:
26 Oct 2023 05:16 pm
Published on:
26 Oct 2023 05:11 pm
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