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JAISALMER NEWS- वैदिक भाषा संस्कृत सीखने की ललक खींच लाई यहां तक, अब कर रहे…

बाल युवा नि:शुल्क सीख रहे संस्कृत

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जैसलमेर. संस्कृत भारती, जोधपुर प्रान्त की ओर से दस दिवसीय आवासीय वर्ग गांधी कॉलोनी स्थित आदर्श विद्यामन्दिर में चल रहा है। वर्ग के शिक्षण प्रमुख तथा संस्कृत भारती के जिला मंत्री गगेंद्रसिंह आर्य ने बताया कि शिविर में संस्कृत शिक्षक प्रशिक्षण वर्ग में संस्कृत सीखकर शिक्षक नगर के विभिन्न स्थानों पर सम्भाषण शिविर लगा रहे हैं। भाटिया भवन में चन्द्रप्रकाश भाटिया व जुगल भाटिया के मार्गदर्शन में बावड़ी (फलोदी) के शिक्षक भवानीसिंह सिसोदिया व उज्ज्वलसिंह लोद्रवा, गीता आश्रम में चेतन पुरोहित व के.के. पुरोहित के सहयोग से खुमाणसिंह राठौड़ तथा नरपतसिंह सौलंकी अवाय, पीपलेश्वर महादेव मंदिर में भगवानदास भाटी व रामेश्वर बोरावट के निर्देशन में रामचंद्र राइका, घनश्याम सारस्वत तथा कमलसिंह लोद्रवा संस्कृत सिखा रहे हैं। इन शिविरों में बाल, युवा, महिला तथा पुरुष संस्कृत सीख रहे हैं।
वर्गाधिकारी ताराचंद रेपस्वाल ने बताया कि 25 मई शाम 5:30 बजे इन शिविरों का समापन होगा। इसके पहले दिन शहर के मुख्य बाजार में संस्कृत अनुरागियों की ओर से शोभायात्रा निकाली जाएगी। शिविर के बौद्धिक सत्रों में सवाईसिंह राजपुरोहित ने संघटन तथा मानाराम ने भाषा के चार कौशल विषयों पर प्रकाश डाला।
प्रांतमंत्री डॉ. तगसिंह राजपुरोहित ने कहा कि शिविर में सुबह 6 बजे योग ?, प्राणायाम व ध्यान के बाद संस्कृत अभ्यास, संस्कृत में खेल, गीत, नृत्य-नाटिका आदि प्रस्तुत की जाती है। संयोजक केसरसिंह सूर्यवंशी ने बताया कि वर्ग देखने के लिए चितौड़ प्रांतमंत्री राजेन्द्र, डॉ. दाउलाल शर्मा, डॉ. लक्ष्मणसिंह, अमृतसिंह, हरिराम सुथार, अरविन्द व्यास, नाथूराम कुमावत, जगदीश व्यास, दामोदर गर्ग आदि पहुंचे हैं। षिविर में लीलाधर कुमावत, अजीतसिंह लोद्रवा, तुलसीदास लाणेला, पृथ्वीसिंह सिसोदिया, मोतीलाल, अरुणा व्यास, नेहा, किरण आदि शिक्षकों का सहयोग रहा है।

IMAGE CREDIT: patrika

पैरालीगल वॉलेंटियर्स का 3 दिवसीय एडवांस प्रशिक्षण शुरू
जैसलमेर. एडीआर सेंटर में सोमवार से पैरालीगल वॉलेंटियर्स का 3 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू हुआ। इसके प्रथम सत्र में पूर्णकालिक सचिव डॉ. महेन्द्र कुमार गोयल ने बताया कि पैरालीगल वॉलेंटियर्स विधिक सेवाओं तथा विधिक जागरूकता अभियान के सूत्रधार हैं। सामान्य लोगों एवं लाभप्रदाताओं के बीच के अंतर को पाटने एवं विभिन्न नीतियों तथा उनसे मिलने वाले लाभों की जानकारी पहुंचाने का कार्य पैरालीगल वॉलेंटियर्स कर सकते हैं। इसी क्रम में उनकी ओर से वैकल्पिक विवाद निष्पादन के प्रावधान (धारा 89 दीवानी प्रक्रिया संहिता) सुनने संवाद करने तथा अवलोकन करने संबंधी कौशल तथा कागज लिखने संबंधी कौशल की मौलिक जानकारी दी गई। प्रशिक्षण के दूसरे सत्र में अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश मनोज सोनी ने मोटर वाहन अधिनियम, शिक्षा का अधिकार, श्रम कानून तथा राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण की योजना के तहत श्रमिकों को मिलने वाली सहायता के बारे में प्रशिक्षण दिया। इसमें मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट श्रदतंवर ने मानसिक स्वास्थ्य अधिनियम, तथा राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण की मनोरोगियों के लिए सहायता के बारे में समझाया। साथ ही अनैतिक व्यापार निषेध अधिनियम तथा यौनकर्मियों से संबंधित विषय एवं आपदा प्रबंधन तथा आपदा पीडि़त व्यक्ति को नालसा की आपदा पीडि़त के लिए विधिक सहायता योजना के तहत सहायता के बारे में बताया।