शक्ति की भक्ती का पर्व नवरात्र आश्विन शुक्ल प्रतिपदा तिथि के साथ ही सोमवार से प्रारंभ हो गया। इसके साथ ही मंदिरों और पंडालों में भक्तों की आस्था भी दिखने लगी। दो साल बाद इस बार कोरोना काल का साया नहीं होने के कारण भीड़ मंदिरों में रही।
पहले दिन ही श्रद्धालुओं की भीड़ मंदिरों में दिखी। चंद्रपुर, खोखरा, शिवरीनारायण, हरदी और अड़भार में आस्था का सैलाब कुछ ज्यादा दिखी। शहर व अंचल के सभी देवी मंदिरों में ज्योति कलश के रूप में आस्था के दीप जगमगाने लगे हैं। अभिष्ट मुहुर्त में शंख, बिजघंट आदि की ध्वनि के साथ माता की मूर्तियां स्थापित की गई व अखंड दीप प्रज्वलित किए गए। चंद्रपुर स्थित चंद्रहासिनी देवी, खोखरा स्थित मनकादाई मंदिर, हरदी के महामाया मंदिर, चांपा की समलाई दाई मंदिर, बलौदा में सरई शृंगार, अड़भार स्थित अष्टभुजी देवी मंदिर समेत सभी देवी मंदिरों में सोमवार को श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचे। लेकिन यहां समिति द्वारा विशेष प्रबंध किया गया था। इसलिए शहर के कई मंदिरों में देर रात तक भीड़ रही। देर रात तक मंदिरों में चहल-पहल बनी रही। अब पूरे 9 दिनों तक माता की भक्ति में भक्त लीन रहेंगे। दो साल बाद इस बार नवरात्रि का त्यौहार में श्रद्धालुओं में उत्साह नजर आ रहा है। इस बार कोरोना संक्रमण कम होने की वजह से पिछले बार से थोड़ा रौनक है। जगह-जगह दुर्गा मां विराजी हैं। सबसे ज्यादा आकर्षण का केन्द्र रेलवे स्टेशन का दुर्गोत्सव है। जहां स्वर्ण जडि़त माता दुर्गा विराजित किया जा रहा है। बाहर से कारीगर दिन-रात एक करके काम करने में जुटे हुए हैं। २८ सितंबर से आम लोगों के लिए तैयार हो जाएगा। इसके अलावा जगह-जगह व हर मोहल्ले में समितियों पंडाल बनाकर मां दुर्गा विराजी गई है। नौ दिन तक पूरा शहर भक्तिमय होगा।
सबसे ज्यादा चंद्रपुुर में ज्योति कलश प्रज्जवलित
चंद्रपुर में 1२ हजार, मां मनका दाई खोखरा में ३५ सौ, अष्टभुजी अड़भार में २५००, हरदी महामाया मंदिर में १८००, सरई श्रृंगारिणी मंदिर में ८००, पहरियापाठ अन्नधरी मंदिर में १८ सौ ज्योतिकलश भक्तों ने प्रज्ज्वलित कराए हैं। इस बार दो साल बाद कोरोना का साया नहीं होने से ज्योति कलश की संख्या में कुछ इजाफा हुआ। साथ ही पहले दिन चंद्रपुर व खोखरा के मनका दाई मंदिर में भक्तों की भीड़ भी उमड़ी।
नवरात्र के साथ त्यौहारी सीजन शुरू, चमकेगी बाजार
नवरात्र के साथ त्यौहारी सीजन शुरू हो गई। इसके साथ ही सोमवार को पूरे दिन बाजार में चहल पहल दिखी। नवंबर में शादी सीजन शुरू होगा, इसकी भी तैयारी शुरू हो गई। नवरात्र में कई खरीदी की कई शुभ मुहूर्त होने के कारण बाजार सजकर तैयार है। इसमें जमकर बाजार में खरीदी होगी। व्यापारी भी कोरोना के दौरान हुए घाटे की भरपाई की पूरी संभावना जता रहे है।
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