सकरेली फाटक में भले ही काफी लंबे समय से ओवरब्रिज का निर्माण हो रहा है लेकिन वर्तमान में सड़क संकरी होने से लंबे समय से भारी वाहनों की लंबी कतारें लग जाती है। यहां पर वाहनों को नियंत्रित करने के लिए न तो यातयात पुलिस का स्टॉफ रहता और न ही कोई पुलिस। जिसके चलते छोटे वाहन चालकों को आवागमन करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
जांजगीर-चांपा। हर रोज की भांति शुक्रवार की शाम को तकरीबन आधे घंटे तक जाम रहा। जिसके चलते वाहनों की यहां पर कतारें लग गई थी। यहां से गुजरना छोटे वाहन चालकों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। सकरेली फाटक में रेलवे आरओबी की मंथर गति से निर्माण कार्य का खामियाजा आम लोगों को भुगतना पड़ रहा है। मियाब के एक साल बाद भी यह आरओबी अधूरा पड़ा है। आज भी यह फाटक घंटों बंद रहती है। जब तक तीन चार गाडिय़ां नहीं गुजर जाती तब तक फाटक बंद रहता है। जिससे घंटों तक वाहनों की कतारें लगी होती है। शुक्रवार की शाम को यहां पर काफी लंबे समय से फाटक बंद था। जिसके चलते यहां पर भारी वाहनों का कतार लगी रही। वाहनों की कतार के चलते छोटे वाहनों का भी कतार लगा रहा। लोगों को आवागमन में दिक्कतों का सामना करना पड़ा। यहां पर बड़ी समस्या खराब सड़क भी सामने आ रही है। हाल ही में एनएच ने नई सड़क का निर्माण किया है जो पहली बारिश में ही धुल गई। लोगों को यहां से गुजरना खतरे से खाली नहीं रहता। क्योंकि कीचड़ से सराबोर सड़कों में छोटे वाहन पंस रहे थे।
आखिर कहां गई सक्ती पुलिस की टीम
सक्ती में पुलिसिंग व्यवस्था का हाल बेहाल है। सकरेली फाटक के आसपास आए दिन सड़क दुर्घटनाएं होते रहती है। इसके बाद भी यहां पर आवागमन को व्यवस्थित करने के लिए पुलिस बल की तैनाती नहीं की जाती। जिससे ट्रैफिक व्यवस्था बेलगाम हो जाता है। लोगों का मानना है कि यदि यहां पर पुलिस की चाक चौबंद व्यवस्था रहती तो निश्चित ही भारी वाहनें व्यवस्थित तरीके से चलती।