विगत वर्षों से जिला प्रशासन द्वारा महुआ प्रसंस्करण के क्षेत्र में किए जा रहे प्रयास को राज्य में ही नहीं बल्कि अन्य राज्यों में भी साराहा जा रहा है। जहां आदिवासी समुदाय महुआ से शराब बनाने के प्रक्रिया से अलग होकर महुआ के फूल से विभिन्न स्वादिष्ट एवं पौष्टिक खाद्य सामग्री बनाकर आय अर्जन कर रहे हैं। इस प्रयास को समीप के झारखंड राज्य के सिमडेगा जिला पुलिस प्रशासन द्वारा वहां के जन समुदाय विशेष कर महिला स्वयं सहायता समूह को प्रशिक्षित करना चाह रही है। इसी क्रम में महाराष्ट्र से आए हुए आदिवासी क्षेत्र के किसानों के साथ-साथ पड़ोसी राज्य झारखंड के सिमडेगा जिले के स्वयं सहायता समूह के सदस्यों का प्रशिक्षण रखा जा रहा है। इस प्रयास से ग्रामीण और आदिवासी क्षेत्रों में महुआ प्रसंस्करण से खाद्य सामग्री तैयार कर रोजगार उत्पन्न करने के क्षेत्र में बल मिलेगा।
किसान लेंगे प्रशिक्षण का लाभ- जशपुर जिला प्रशासन द्वारा प्राथमिक प्रसंस्करण की दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजना 3 एवं 4 अप्रैल को किया जा रहा है, जिसमें जिले के अग्रणी वनोपज संग्राहक, करसन उत्पादक संगठनों के किसान, महाराष्ट्र के जव्हार से आए कृषक और जशपुर के पड़ोसी जिले सिमडेगा झारखंड के किसान प्रशिक्षण का लाभ लेंगे।