झाबुआ. सर्व शिक्षा अभियान में झाबुआ-आलीराजपुर में वर्ष 2007-08 में खरीदी मामले में 3.5 करोड़ के घोटाले मामले में ईओडब्ल्यू ने 22 लोगों पर 13 एफआईआर दर्ज की गई है,जबकि इस दौरान जिले में पदस्थ तत्कालीन सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग बीजी मेहता पर कार्रवाई न होना कई शंकाओं को जन्म दे रहा है।
विभागीय सूत्रों की मानें तो तत्कालीन सहायक आयुक्त मेहता ने अपनी ओर से सर्व शिक्षा अभियान में अतिरिक्त पद सृजित किया था। इसमें नियमानुसार कलेक्टर मिशन संचालक, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला परियोजना संचालक, डीपीसी के पश्चात जनपद स्तर पर बीआरसी के पद बनाए गए थे, लेकिन इन्होंने अपनी ओर से एडीपीडी (अतिरिक्त जिला परियोजना संचालक) का पद बनाकर 28 दिसंबर 2007 से 20 जनवरी 2008 तक खुद इस पद पर काबिज रहे। जबकि सर्व शिक्षा अभियान में अतिरिक्त जिला परियोजना समन्वयक का कोई पद नहीं है।
तत्कालीन सहायक आयुक्त के कार्यकाल के दौरान जिले के लगभग बीईओ को ही बीआरसी के पद का भी प्रभार दे रखा था। स्कूलों में 2008-09 तक अधिकारी और पालक शिक्षक संघ की सहमति से शिक्षण सामग्री, गणवेश, बर्तन, बिस्तर सहित विभागीय कार्यों में लगने वाली स्टेशनरी की खरीदी की जाती थी।
एफआईआर के बाद भी कर रहे सामग्री की सप्लाय
जिले में तो आज भी मेहता के नाम से दलाल स्कूल, छात्रावासों में सामग्री सप्लाय कर रहे हैं। कुछ साल पहले फर्जी फर्म द्वारा स्कूलों में घटिया बर्तन सप्लाय किए गए थे। जिस पर तत्कालीन कलेक्टर बी चंद्रशेखर ने ढाई हजार सप्लायरों पर एफआईआर दर्ज करवाई थी। सप्लायर को अग्रिम जमानत करवाना पड़ी थी। मामला विचाराधीन है। लेकिन वही सप्लायर इन दिनों फिर से छात्रावासों में फिनाइल और बर्तन साफ करने का लिक्विड सप्लाय कर रहा है।
नाम सुनते ही लेना पड़ती है सामग्री
यदि कोई छात्रावास अधीक्षक उसे लेने से इनकार करे तो मोबाईल चालू करके लो मेहताजी से बात कर लो कहकर मोबाइल आगे कर देता है। मेहता का नाम सुनकर न चाहते हुए भी अधीक्षकों को घटिया सामग्री लेना पड़ रही है। सप्लायर द्वारा प्रत्येक छात्रावास में 105 लीटर फिनाइल 4200 रुपए व 20 लीटर बर्तन लिक्विड 2000 रुपए में दिया जा रहा है। उसके द्वारा जो बिल दिया जा रहा है उसमें किसी में वेट टैक्स है तो किसी में नहीं है।
मैंने किसी को नहीं कहा
&सप्लायर मेरा नाम ले रहा है ये गलत कर रहा है। मैंने तो किसी को सामग्री सप्लाय करने को नहीं कहा। जो भी बोल रहे हैं झूठ बोल रहे हैं। मैं तो झाबुआ के मामले की जांच करवा रहा हूं।
बीजी मेहता, संभागीय आयुक्त आदिवासी विकास, इंदौर
&सहायक आयुक्त आदिवासी विकास बीजी मेहता सर्व शिक्षा अभियान में अतिरिक्त जिला परियोजना समन्वयक पद पर थे, इसकी अवधि वह देखना पड़ेगी।
महावीर जैन, अकाउंटेंट, आदिवासी विकास विभाग