झालावाड़ जिले में एक दर्जन से अधिक राशन डीलरों के खिलाफ 1430 क्विंटल गेहूं की गड़बड़ी का मामला सामने आया था। इस पर जिला कलक्टर अजयसिंह राठौड़ ने जिला रसद अधिकारी को मामला दर्ज करवाने के लिए कहा था। लेकिन दो माह होने के बाद भी अभी इसमें कोई प्रगति नहीं हुई है। हालांकि ऐसे मामले झालावाड़ में ही नहीं प्रदेश के अन्य जिलों में भी सामने आ रहे हैं।
डूंगरपुर में एक राशन डीलर द्वारा गरीबों का 80 क्विंटल गेहूं गबन करने का मामला सामने आ चुका है। दूसरे डीलर द्वारा 255 क्विंटल गेहूं गबन का मामला सामने आया है। झालावाड़ में सात राशन डीलरों के खिलाफ गड़बड़ी का खुलासा होने के बाद जिला रसद अधिकारी ने राशन डीलर का प्राधिकार पत्र निलंबित कर दिए हैं।
इतनी वसूली करनी है
जिले के साथ राशन डीलरों से 1430 क्विंटल गेहूं का करीब 38 लाख रुपए वसूल करने है, लेकिन अभी तक रसद विभाग ने इस दिशा में कोई कार्यवाही नहीं की है। जबकि गत दिनों बैठक में जिला कलक्टर गेहूं का गबन कर सरकारी योजना को नुकसान पहुंचाने वाले डीलरों के खिलाफ मामला दर्ज करवाकर वसूली के निर्देश दे चुके हैं।
ग्रामीणों की शिकायत पर हुई थी कार्रवाई
जिलेभर में करीब 630 राशन दुकानें है। ऐसे में ग्रामीणों के लगातार शिकायत करने के बाद रसद विभाग के प्रवर्तन निरीक्षकों द्वारा निरीक्षण किए गए थे, जिसमें जिले के इन सात डीलरों द्वारा गेहूं का गबन कर कालाबाजारी करने का मामला सामने आया था। जब डीलरों द्वारा गेहूं का स्टॉक के बारे में पूछा गया तो मौके पर गेहूं नहीं मिला।
कहां कितनी गड़बड़ी
डीलर गेहूं क्विंटल में बोरदा गांव 80 भवानीमंडी शहर 180 बोरबंद गांव 180 थरोल 300 मनपसर 400 स.समिति देवनगर 190 स.समिति आवर 100 कुल 1430
27 रुपए किलो के हिसाब से वसूली
जिले में सात राशन डीलरों द्वारा गरीबों के हिस्से का गेहूं हजम करने के मामले में 1 अक्टूबर 2024 को जिला रसद अधिकारी ने निरीक्षकों को जांच करने के आदेश दिए थे। उसके बाद ये सारा खुलासा हुआ। अब जिला कलक्टर ने गरीबों के हिस्से का गेहूं हजम करने वाले राशन डीलरों के खिलाफ 27 रुपए किलो के हिसाब से करीब 38 लाख की वसूली करने के निर्देश दिए है। लेकिन अब मामला दर्ज नहीं होने से किसी तरह की कार्रवाई नहीं हो पाई है। गरीबों का गेहूं नहीं खाने देंगे, करीब सात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के लिए एरिया निरीक्षक को बोला गया है, इसका आर्डर निकाल दिया गया, जल्दी ही रिकवरी करेंगे।
जितेन्द्र, जिला रसद अधिकारी, झालावाड़