धरने को संबोधित करते हुए विधायक सुरेश गुर्जर ने कहा कि जिले की पूर्व मुख्यमंत्री, सांसद व क्षेत्रीय ऊर्जा मंत्री होने के बावजूद अन्नदाता की दुर्दशा हो रही है। कभी खाद के लिए कतारें में धक्के खा रहे हैं तो कभी विद्युत निगम कार्यालय के चक्कर लगा रहे हैं। किसानों के जले हुए ट्रांसफार्मर एक पखवाड़े में भी नहीं बदले जा रहे हैं। विधायक ने आरोप लगाया कि विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों की मिलीभगत से राजनीतिक रसूखात व प्रभावशाली लोगों से सांठगांठ कर चोरी छिपे ट्रांसफार्मर दिए जा रहे हैं। विद्युत निगम द्वारा मेन्टीनेन्स तो कभी अघोषित कटौती से किसान व आमजन त्रस्त है। सरकार झूठे वादे कर आमजन और किसानों को गुमराह कर रही है।
ध्यान नहीं दिया तो होगा आंदोलन सरकार द्वारा एक सप्ताह में मांगों की सुनवाई कर समाधान नहीं किया गया तो सड़कें जाम कर उग्र आन्दोलन किया जाएगा। ब्लॉक अध्यक्ष बालचन्द मीणा ने कहा कि गूंगी बहरी सरकार को जगाने के लिए किसानो के सम्मान में यह धरना दिया गया है। धरने को बकानी ब्लॉक अध्यक्ष भरत चतुर्वेदी, किसान कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष रामकिशन धनोलिया, पूर्व युवा कांग्रेस अध्यक्ष प्रमोद सोनी, जिला परिषद सदस्य राकेश सोनी, गोलाना जीएसएस अध्यक्ष बिरधीलाल सुमन, पूर्व जिला उपाध्यक्ष भवानीशंकर गुर्जर, ब्लॉक प्रवक्ता हनुमान रामावत, सरखंडिया सरपंच कमलेश मेहता, बैसार सरपंच मदनलाल वर्मा, जनपद अमरलाल जादम, पूर्व सरपंच ललित राठौर, रघु मालव सहित विधानसभा क्षेत्र से आए पदाधिकारियों ने संबोधित किया।
एसडीएम को दिया ज्ञापन
- धरने के बाद निगम कार्यालय के बाहर कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। बाद में उपखंड अधिकारी को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया गया। धरना स्थल पर खानपुर, पनवाड़ सहित अन्य थानों के अधिकारी और जाप्ता मौजूद रहा।