30 दिसंबर 2025,

मंगलवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

जवान का पार्थिव देह पैतृक गांव के लिए रवाना, राजकीय सम्मान के साथ होगा अंतिम संस्कार

पश्चिम बंगाल के गोपालपुर में 75वीं सीमा सुरक्षा बल में तैनात ग्राम पंचायत गोपालसर के गांव लालगढिय़ा के बीएसएफ जवान राजेश भांभू का पार्थिव देह शुक्रवार देर रात्रि करीब एक बजे सिटी पुलिस थाना में पहुंचा। अंतिम दर्शन के लिए उमड़े शहरवासी

2 min read
Google source verification
photo_6123009092504106472_y.jpg

सूरतगढ़.पश्चिम बंगाल के गोपालपुर में 75वीं सीमा सुरक्षा बल में तैनात ग्राम पंचायत गोपालसर के गांव लालगढिय़ा के बीएसएफ जवान राजेश भांभू का पार्थिव देह शुक्रवार देर रात्रि करीब एक बजे सिटी पुलिस थाना में पहुंचा। शनिवार सुबह करीब सवा आठ बजे फूल मालाओं से सजे खुले कैंटर में शहीद हुए जवान के पार्थिव देह को लेकर उनके परिजन व बीएसएफ के जवान गांव लालगढिय़ा के लिए रवाना हुए।

यह भी पढ़ें : सरकार के आदेशों की अवहेलना कर रहा यह विभाग

इस दौरान विधायक रामप्रताप कासनियां, शिल्प एवं माटी कला बोर्ड अध्यक्ष डूंगरराम गेदर, पूर्व विधायक राजेन्द्र भादू, केश कला बोर्ड अध्यक्ष महेन्द्र गहलोत, नगरपालिका अध्यक्ष ओम प्रकाश कालवा, पार्षद परसराम भाटिया, मोहन पूनियां, विनोद सारस्वत, किशनलाल स्वामी, योगेश स्वामी सहित विभिन्न राजनीतिक दलों, सामाजिक व धार्मिक संगठनों के पदाधिकारियों व युवाओं ने शहीद जवान के पार्थिव देह पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। वही, युवाओं ने भारत माता की जय व जवान राजेश भांभू अमर रहे के जयघोष से माहौल गमगीन हो गया। पार्थिव देह के काफिले में दर्जनों वाहन भी गांव के लिए रवाना हुए।

यह भी पढ़ें : रति को मीरां पुरस्कार एवं चंद्र प्रकाश को जनार्दन राय नागर सम्मानyo

जानकारी के अनुसार शहीद जवान राजेश भांभू का गांव लालगढिय़ा में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। गौरतलब है कि बीएसएफ के जवान राजेश भांभू पुत्र मनीराम भांभू गुरुवार सुबह ड्यूटी के दौरान हार्ट अटैक आने से शहीद हो गए। जवान की पार्थिव देह शनिवार देर शाम को हेलीकॉप्टर के जरिए सूरतगढ़ वायुसेना स्टेशन पहुंचा। इसके बाद पार्थिव देह को सिटी पुलिस थाना में रखवाया गया। शहीद राजेश भांभू किसान परिवार से थे। इनके पिता मनीराम भांभू खेती करते हैं। दो भाइयों में सबसे बड़े राजेश को बचपन से ही देश सेवा करने का जज्बा था। उनका वर्ष 2013 में बीएसएफ में सलेक्शन हो गया था। उनकी शादी 2014 में हुई थी। जवान 2 माह पहले ही छुट्टी पर घर आया था।