
पुलिस ने लोगों को आधार कार्ड फ्रेंचाइजी समेत नौकरी दिलाने का झांसा देकर ऑनलाइन ठगी करने के तीन आरोपियों को गिरतार किया है। आरोपियों के कब्जे से 5 लेपटॉप, 26 सिम, 6 एटीएम, 5 क्रेडिट कार्ड, 2 रजिस्टर, 46 आधार इनरोलमेंट ऑपरेटर आवेदन फार्म, एक चैक बुक, दस सेविंग अकाउन्ट कोंबो किट और तीन स्टाप बरामद किए गए हैं। एएसपी देवेंद्रसिंह राजावत ने बताया कि साइबर शिल्ड अभियान के तहत की गई कार्रवाई में पकड़े गए आरोपियों से शुरुआती पूछताछ में सामने आया कि आरोपियों ने कोटा में 5 लाख रुपए की ठगी की है। आरोपी राजस्थान के अलग-अलग स्थानों से करीब 60 लाख रुपए की ऑनलाइन ठगी कर चुके हैं। ठगी करने के लिए फ्रेंचाइजी के नाम पर व्हाट्सएप पर मैसेज भेजते थे। जैसे ही कोई उनसे संपर्क करता, वे लोग उससे रजिस्ट्रेशन के नाम पर खाते में पैसा डलवा लेते थे। फिर दो दिन में प्रोसेस पूरा होने का झांसा देकर ठगी करते थे। इसके बाद ब्लॉक कर देते थे।
ऑनलाइन ठगी करने के मामले में पकड़े गए आरोपी सरदारशहर निवासी सरजीत गुर्जर ने ऑनलाइन ठगी करने के लिए पश्चिम बंगाल के दोनों आरोपियों को बाय एयर बुलवाया। सरजीत के कहने पर पश्चिम बंगाल केे दोनों आरोपी एयरप्लेन से जयपुर पहुंचे और फिर सड़क मार्ग के माध्यम से झुंझुनूं आए। यहां पर तीनों ने मकान किराए पर लेकर ऑनलाइन ठगी करना शुरू कर दिया। आरोपियों का पश्चिम बंगाल से रिकॉर्ड मंगवाया जा रहा है और कहां-कहां ठगी की, इस संबंध में पूछताछ की जा रही है।
गिरतार आरोपी सरदारशहर निवासी सरजीत गुर्जर पुत्र दलवीर गुर्जर, बिष्णुपुर कालीमोंदिर खाल बोलिया, पश्चिम बंगाल निवासी पार्थो रॉय पुत्र उत्पल रॉय व नघाटा, तुंगी कृष्णगंज, पश्चिम बंगाल निवासी आनिन्दे सरकार पुत्र जयप्रकाश सरकार बैंक में आधार फ्रेंचाइजी के नाम पर ऑनलाइन ठगी करते थे और राज्य में कई जगह लाखों रुपए की ठगी कर चुके हैं।
आरोपी 15-20 दिन से शहर के पंचदेव मंदिर पर किराए का मकान लेकर लोगों से ठगी कर रहे थे। शुक्रवार देर शाम पुलिस को सूचना मिली कि शहर के फौज के मोहल्ले में कुछ युवक किराए पर मकान लेकर ठहरे हुए है और ऑनलाइन ठगी करते हैं। इस पर कोतवाली थानाधिकारी पवन कुमार चौबे के नेतृत्व में टीम गठित कर मौके पर दबिश दी। वहां सरदारशहर निवासी सरजीत गुर्जर, बंगाल के नादिया जिले के विष्णुपुर काली मंदिर खाल बोलिया के रहने वाला पार्थो रॉय तथा नघाटा तुगी के आनिन्दे सरकार मिले। उनके पास लैपटॉप, सिम, रजिस्टर, आधार एनरोलमेंट ऑपरेटर आवेदन फार्म, चेक बुक, एटीएम, क्रेडिट कार्ड, सेविंग अकाउंट कॉबो किट और स्टाप थे। सती से पूछताछ पर आरोपियों ने सच उगल दिया। आरोपियों से ऑनलाइन ठगी के और भी मामले सामने आ सकते हैं।
Published on:
05 Jan 2025 01:55 pm
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