सुभाष मेघवाल दुबई में मजदूरी करता था। 15 दिन की छुट्टी पर 5 मई 2025 को गांव आया था। 16 मई की रात वह बिरमी से रोहिड़ा स्टैंड स्थित लाम्बा होटल में गया, जहां तिलोका का बास निवासी मुकेश जाट और उसके 3-4 सार्थियों ने रास्ते में रोककर बेरहमी से मारपीट की।
राजस्थान के झुंझुनूं जिले के बिसाऊ थाना क्षेत्र के बिरमी गांव निवासी 38 वर्षीय व्यक्ति सुभाष मेघवाल का शव दूसरे दिन भी परिजनों ने नहीं लिया। शव राजकीय भगवान दास खेतान अस्पताल झुंझुनूं की मोर्चरी में रखा हुआ है। परिजनों व ग्रामीणों की मांग है कि हत्या के आरोपियों को गिरफ्तार किया जाए, पचास लाख का मुआवजा दिया जाए व पीडि़त परिवार के एक सदस्य को संविदा पर नौकरी दी जाए।
सुभाष मेघवाल दुबई में मजदूरी करता था। 15 दिन की छुट्टी पर 5 मई 2025 को गांव आया था। 16 मई की रात वह बिरमी से रोहिड़ा स्टैंड स्थित लाम्बा होटल में गया, जहां तिलोका का बास निवासी मुकेश जाट और उसके 3-4 सार्थियों ने रास्ते में रोककर बेरहमी से मारपीट की। सुभाष को पहले स्थानीय अस्पताल में भर्ती करवाया फिर जयपुर ले गए। जहां 24 मई 2025 को उसने दम तोड़ दिया। घटना से आक्रोशित परिजनों और ग्रामीणों ने बीडीके अस्पताल की मोर्चरी के बाहर धरना शुरू कर दिया। उनका कहना है कि जब तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होती, वे शव नहीं उठाएंगे। उन्होंने उच्चस्तरीय जांच और दोषियों को सख्त सजा देने की मांग की है।
बीडीके अस्पताल में धरना स्थल पर पूर्व मंत्री राजेन्द्र गुढ़ा भी पहुंचे। वहां गुढ़ा ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार ने लोकेश सोनवाल को झुंझुनूं का नया एसपी नियुक्त किया था, बाद में स्थानीय नेताओं को पता चला कि वे दूसरी कास्ट के हैं तो कहा गया कि इसे दूर लगाओ। यह आ गया तो हमारी गुंडागर्दी बंद हो जाएगी। दलितों की थोड़ी बहुत सुनवाई शुरू हो जाएगी, इसलिए रोका गया। यह प्रवृत्ति ठीक नहीं है। इसका इलाज करना होगा।
परिजनों व सर्वसमाज के पदाधिकारियों ने ऐलान किया है कि मंगलवार सुबह 11 बजे बीडीके अस्पताल से लेकर कलक्ट्रेट तक रैली निकाली जाएगी। इसके बाद कलक्ट्रेट का घेराव किया जाएगा। धरनास्थल पर पहुंचे पिलानी विधायक पितराम सिंह काला ने कहा कि जब तक दोषियों की गिरफ्तारी नहीं होती, धरना जारी रहेगा। उन्होंने आश्वासन दिया कि इस मुद्दे को विधानसभा में उठाया जाएगा और पीड़ित परिवार को न्याय दिलाया जाएगा। धरने को अनुसूचित जाति जनजाति अत्याचार विरोधी जिला संघर्ष समिति के रामानंद आर्य, बलवीर सिंह काला, किरोड़ी मल पायल, मुकेश झाझडि़या, सचिन चोपड़ा, बनवारी लाल, मनीराम, राहुल जाखड़, नथमल चोपड़ा, किशनलाल महरिया, प्रदीप चंदेल, अमित मीणा समेत कई कार्यकर्ताओं ने धरने को समर्थन दिया।
जब सुभाष मेघवाल गंभीर रूप से घायल होकर जयपुर में भर्ती था, तब उसकी पत्नी मनोज देवी मेघवाल व परिजनों ने एसपी को ज्ञापन देकर आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग की थी। परिजनों का आरोप है कि ज्ञापन देने के बावजूद आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया गया।
अभी पोस्टमार्टम नहीं हुआ है, पोस्टमार्टम होने पर ही सच्चाई सामने आएगी।
थानाधिकारी रामनारायण चोयल , धनूरी