30 पलंग वाले 434 सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र – 434 (सभी में एक-एक)
50 पलंग वाले 94 सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र – 470 (प्रति संस्थान पांच-पांच)
75 पलंग वाले 21 सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र – 210 (प्रति संस्थान दस-दस)
100 पलंग वाले 12 सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र – 120 (प्रति संस्थान दस-दस)
75 पलंग वाला 1 सेटेलाइट अस्पताल – 10
150 पलंग वाला फलौदी (जोधपुर) का सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र – 16 पद यहां सृजित
19 सब डिविजनल अस्पताल 100 और 100 से अधिक पलंग – 209 (प्रति संस्थान 11-11)
50 पलंग वाले 2 सेटेलाइट अस्पताल – 10 (प्रति अस्पताल पांच पद)
150 और इससे अधिक पलंग वाले 18 जिला अस्पताल – 396 (प्रति अस्पताल 22)
टीबी क्लिनिक, गांधी नगर, जयपुर – 1 पद
सेवारत चिकित्सक गत साल के समझौते की पूर्ण क्रियान्विति को लेकर आंदोलन के लिए चेता चुके हैं। राजस्थान नर्सेज एसोसिएशन के आह्वान पर नर्सेज भी 20 अगस्त से चरण बद्ध रूप से आंदोलन की घोषणा कर चुके हैं। आयुष मेडिकल एसोसिएशन राजस्थान (एनएचएम) से जुड़े आयुष चिकित्सकों ने अपनी मांगों को लेकर ज्योति नगर टी प्वाइंट पर धरना दिया। लेकिन आज तक उनकी मांग पूरी नहीं हुई। अखिल राजस्थान दंत चिकित्सक संघ ने प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर नए पद सृजित करने की मांग की है।
राज. मुख्यमंत्री निशुल्क जांच योजना सहायक संघ ने मुख्मंत्री निशुल्क जांच योजना में संविदा पर ३-४ साल से कार्यरत सहायक रेडियो-ग्राफर्स को अनुभव के आधार पर राज. पैरामेडिकल काउंसिल में पंजीकृत करने की मांग की है। इनका कहना है कि काउंसिल के 2013 में गठन के बाद प्रदेश में पैरामेडिकल कर्मियों का पंजीकरण अनिवार्य कर दिया है। बिना पंजीकरण पैरामेडिकल कर्मी (सहायक रेडियोग्राफर) काम नहीं कर सकते।