यूरोप के कई देशों ने लॉकडाउन लगाना शुरू कर दिया है, लेकिन जर्मनी फेयर में हिस्सा लेने को लेकर उत्साहित निर्यातकों को वहां की फेयर कमेटी ने इसका शुल्क जमा कराने के लिए अब पंद्रह दिसंबर तक की मोहलत दी है।
– 1500 करोड़ का सालाना निर्यात होता है केवल यूरोपीय देशों में
– 800 से अधिक है जोधपुर में निर्यातक – 3500 करोड़ का सालाना निर्यात होता है विभिन्न देशों में
– 2 लाख आर्टिजन, श्रमिकों को रोजगार दे रहा है हैण्डीक्राफ्ट उद्योग
फेयर होगा या नहीं, यह अभी कह नहीं सकते हैं। यूरोप में कोविड के बढ़ते मामलों व यहां से सेम्पल भेजने की बढ़ती लागत को देखते हुए फेयर में नहीं जाने का निर्णय लिया है।
मोहित मोहनोत, निर्यातक
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डॉ भरत दिनेश, अध्यक्ष
जोधपुर हैण्डीक्राफ्ट्स एक्सपोर्टर्स एसोसिएशन