लोगों की रफ्तार हुई धीमी, ऑफलाइन लग रहे टीके
लोग आजकल टीकाकरण के लिए वैक्सीनेशन सेंटर नहीं पहुंच रहे हैं। प्रथम डोज लगाने वालों की संख्या तो कम हो चुकी है, ज्यादातर अब द्वितीय डोज लगाने वाले ही वैक्सीनेशन सेंटर पहुंच रहे है। वैक्सीनेशन की धीमी रफ्तार देख अब ऑफलाइन ऑनस्पॉट वैक्सीनेशन किया जा रहा है। टीकाकरण केंद्र भी काफी बार सूने नजर आते हैं।
लोग आजकल टीकाकरण के लिए वैक्सीनेशन सेंटर नहीं पहुंच रहे हैं। प्रथम डोज लगाने वालों की संख्या तो कम हो चुकी है, ज्यादातर अब द्वितीय डोज लगाने वाले ही वैक्सीनेशन सेंटर पहुंच रहे है। वैक्सीनेशन की धीमी रफ्तार देख अब ऑफलाइन ऑनस्पॉट वैक्सीनेशन किया जा रहा है। टीकाकरण केंद्र भी काफी बार सूने नजर आते हैं।
अभी तक 4 लाख जने प्रथम डोज लगाना शेष जोधपुर में अभी तक 22 लाख 89 हजार 8 सौ 75 जनों ने आकर अपना प्रथम डोज टीकाकरण कराया है। जबकि जोधपुर में टीकाकरण योग्य वयस्क आबादी 26 लाख 94 हजार 9 सौ 50 है। अभी भी 4 लाख 5 हजार 75 जनों का टीकाकरण शेष है।
इम्यूनिटी बनाने के लिए वैक्सीनेशन जरूरी प्रथम डोज लगा चुके हैं, उनसे आग्रह हैं कि वे द्वितीय डोज लगवाने जरूर आएं। द्वितीय डोज इम्यूनिटी बनाने के लिए बेहद जरूरी है। प्रथम डोज इमारे इम्यून सिस्टम को कोरोना संक्रमण से लडऩे की क्षमता पैदा करता है और दूसरी डोज एंटीबॉडी को और अधिक मजबूत बनाती है। इससे शरीर में कोरोना संक्रमण से लडऩे की क्षमताएं अधिक विकसित होगी।
– डॉ. कौशल दवे, आरसीएचओ, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य कार्यालय