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बाबा रामदेव पैदल जातरुओं की जोधपुर में दस्तक

locationजोधपुरPublished: Aug 01, 2020 07:10:28 pm

Submitted by:

Om Prakash Tailor

रोजाना पहुंचने लगे 400 से 500 पैदल जातरू, रामदेवरा मेले को लेकर जिला प्रशासन से नहीं मिले कोई निर्देश

बाबा रामदेव पैदल जातरुओं की जोधपुर में दस्तक

बाबा रामदेव पैदल जातरुओं की जोधपुर में दस्तक

नंदकिशोर सारस्वत. जोधपुर
बाबा रामदेव के अवतरण दिवस भाद्रपद शुक्ल द्वितीया (बीज) इस बार 20 अगस्त को मनाया जाएगा। भादवे की दूज से आठ दिनों तक चलने वाले मेले में शिरकत करने प्रदेश के कोने-कोने व पड़ौसी राÓय मध्यप्रदेश, गुजरात से सैकड़ों किमी पैदल सफर तय कर रामदेवरा धाम पहुंचने के लिए जातरुओं के जोधपुर पहुंचने का क्रम शुरू हो गया है। मसूरिया स्थित बाबा रामदेव मंदिर के बाहर रोजाना 400 से 500 जातरू पहुंचने लगे हैं। एेसे में अभी तक जिला प्रशासन से कोई स्पष्ट दिशा निर्देश नहीं मिलने से जातरुओं की सेवा में जुटने वाली संस्थाएं असमंजस में हैं। मसूरिया बाबा रामदेव मंदिर का संचालन करने वाले पीपा क्षत्रिय समस्त न्याति सभा ट्रस्ट के अध्यक्ष नरेन्द्र चौहान कहते हैं कि हर साल मनौती पूरी होने पर बाबा के आभार जताने के लिए पहुंचने वाले जातरुओं के पहुंचने का क्रम इस बार 20 दिन पहले ही शुरू हो चुका है। रक्षा बंधन से यह क्रम निरंतर बढ़ता जाएगा। उन्होंने बताया की मंदिर पूरी तरह बंद है उसके बावजूद आस्था के कारण जातरू प्रवेश द्वार पर शीश नवाने पहुंच रहे हंै। उन्होंने बताया की जिला प्रशासन की ओर से इस बाबत कोई निर्देश प्राप्त नहीं हुए है।

पैदल जातरूओं को भूखा नहीं रहने दिया जाएगा
बाबा रामदेव मेले के दौरान जोधपुर सहित पूरे रामदेवरा मार्ग पर हर साल &00 से Óयादा नि:शुल्क भण्डारे लगते हैं । लेकिन रामरसोड़ा संचालक इस बार प्रशासन की गाइडलाइन नहीं मिलने के कारण किसी भी तैयारी तक में नहीं जुटे है। बाबा रामदेव समाज सेवा संस्थान के अध्यक्ष करण सिह राठौड़ ने बताया कि बाबा के प्रति अटूट आस्था के कारण दूसरे राÓयों के पैदल जातरुओं का रामदेवरा के लिए आगमन शुरू हो चुका है। ऐसे में सरकारी निर्देशों का पालन और सोशल डिस्टेसिंग का ध्यान रखते हुए जरूरतमंद पैदल जातरुओं के लिए भोजन के पैकेट की वैकल्पिक व्यवस्था की जाएगी। किसी भी जातरू को भूखा नहीं रखा जाएगा। रावण का चबूतरा मैदान में होने वाली भजन संध्या का आयोजन नही होगा।

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