भाजपा नेता जिनके बूथ पर लीड बढ़ी
1. गजेन्द्रसिंह शेखावत – 2018 के विधानसभा चुनाव में इनके बूथ पर भाजपा को 442 व कांग्रेस को 242 वोट मिले। लीड 200 वोट से कम रही। 2019 में भाजपा को 692 और कांग्रेस को 150 वोट मिले। लीड बढकऱ 542 की हो गई।
2. पब्बाराम विश्नोई – 2018 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को वोट मिले 250 और कांग्रेस को 243। लीड 7 वोट की थी। जबकि 2019 में भाजपा को 476 और कांग्रेस को 188 वोट। लीड बढ़ कर 288 तक पहुंची।
3. अतुल भंसाली – 2018 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को 541 और कांग्रेस को 233 वोट मिले। लीड 308 वोट की थी। इस बार 2019 में भाजपा को 631 और कांग्रेस को 225 वोट मिले। लीड बढकऱ 406 वोट हो गई।
4. सूर्यकांता व्यास – 2018 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को 411 और कांग्रेस को 339 वोट मिले। लीड 72 वोट की थी। इस बार भाजपा को 623 और कांग्रेस 222 वोट पर सिमटी। लीड 401 तक पहुंच गई।
1. गजेन्द्रसिंह शेखावत – 2018 के विधानसभा चुनाव में इनके बूथ पर भाजपा को 442 व कांग्रेस को 242 वोट मिले। लीड 200 वोट से कम रही। 2019 में भाजपा को 692 और कांग्रेस को 150 वोट मिले। लीड बढकऱ 542 की हो गई।
2. पब्बाराम विश्नोई – 2018 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को वोट मिले 250 और कांग्रेस को 243। लीड 7 वोट की थी। जबकि 2019 में भाजपा को 476 और कांग्रेस को 188 वोट। लीड बढ़ कर 288 तक पहुंची।
3. अतुल भंसाली – 2018 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को 541 और कांग्रेस को 233 वोट मिले। लीड 308 वोट की थी। इस बार 2019 में भाजपा को 631 और कांग्रेस को 225 वोट मिले। लीड बढकऱ 406 वोट हो गई।
4. सूर्यकांता व्यास – 2018 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को 411 और कांग्रेस को 339 वोट मिले। लीड 72 वोट की थी। इस बार भाजपा को 623 और कांग्रेस 222 वोट पर सिमटी। लीड 401 तक पहुंच गई।
नेता जिनके बूथ पर लीड कम हुई
1. जोगाराम पटेल – 2018 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को 375 वोट मिले, कांग्रेस को 221 वोट मिले। लीड 154 वोट की थी। 2019 में भाजपा को 334 वोट और कांग्रेस को 191 वोट मिले। लीड 143 की ही रही।
2. शम्भूसिंह खेतासर – 2018 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को मिले 496 और कांगे्रस को 274 वोट मिले। लीड 222 वोट की थी। 2019 में भाजपा को 339 और कांग्रेस 233 वोट मिले। लीड 106 वोट की ही रही।
3. बाबूसिंह राठौड़ – 2018 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को वोट मिले 595 और कांग्रेस को 82, लीड थी 513 वोट की। जबकि 2019 में भाजपा को 173 और कांग्रेस को 64 वोट मिले। लीड रह गई 109 वोट की।
1. जोगाराम पटेल – 2018 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को 375 वोट मिले, कांग्रेस को 221 वोट मिले। लीड 154 वोट की थी। 2019 में भाजपा को 334 वोट और कांग्रेस को 191 वोट मिले। लीड 143 की ही रही।
2. शम्भूसिंह खेतासर – 2018 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को मिले 496 और कांगे्रस को 274 वोट मिले। लीड 222 वोट की थी। 2019 में भाजपा को 339 और कांग्रेस 233 वोट मिले। लीड 106 वोट की ही रही।
3. बाबूसिंह राठौड़ – 2018 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को वोट मिले 595 और कांग्रेस को 82, लीड थी 513 वोट की। जबकि 2019 में भाजपा को 173 और कांग्रेस को 64 वोट मिले। लीड रह गई 109 वोट की।
कांग्रेस में 4 विधायकों व प्रत्याशी ने दिलाई लीड 1. 285 वोट की लीड मनीषा पंवार के बूथ पर। (कांग्रेस – 642, भाजपा – 357)
2. 276 वोट की लीड अयूब खान के बूथ पर। (कांग्रेस – 528, भाजपा – 252)
3. 272 वोट की लीड किसनाराम विश्नोई के बूथ पर। (कांग्रेस – 592, भाजपा – 320)
4. 18 वोट की लीड मीना कंवर के बूथ पर। (कांग्रेस – 337, भाजपा – 319)
इन नेताओं के बूथ पर पीछे 1. लूणी विधायक महेन्द्र विश्नोई के बूथ पर 650 वोट से पीछे
2. फलोदी प्रत्याशी महेश व्यास के बूथ पर 474 वोट से पीछे।
3. सरदारपुरा अशोक गहलोत के बूथ पर 339 वोट से पीछे।
2. फलोदी प्रत्याशी महेश व्यास के बूथ पर 474 वोट से पीछे।
3. सरदारपुरा अशोक गहलोत के बूथ पर 339 वोट से पीछे।